हैदराबाद यूनिवर्सिटी: रोहित वेमुला का बदला लेने के लिए करना चाहते थे VC की हत्या, दोनों स्टूडेंट गिरफ्तार
नई दिल्ली। तेलंगाना के ईस्ट गोदावरी पुलिस ने शनिवार को यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद (UoH) के दो पूर्व छात्रों को गिरफ्तार किया है, जिन्होंने वाइस चांसलर पोडिले अप्पाराव की हत्या करने के लिए साजिश रची थी। पुलिस के मुताबिक, दलित स्टूडेंट रोहित वेमुला की मौत का बदला लेने के लिए वाइस चांसलर को मारने का षड़यंत्र रचा गया था। पुलिस ने इस आरोप में आंध्रप्रदेश के रहने वाले 27 साल के अंकाला प्रध्विराज और पश्चिम बंगाल के रहने वाले 28 वर्षीय चंदन कुमार मिसरा को गिरफ्तार किया है।
पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को पिचुकालापाडु जंक्शन से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि ये दोनों कथित रूप से सीपीआई (माओवादी) के शीर्ष नेता और तेलंगाना राज्य समिति के सचिव हरिभूषण उर्फ यापा नारायणन के निर्देशों पर हत्या के लिए जा रहे थे।
पुलिस के अनुसार, प्रध्विराज विजयवाड़ा के सिद्धार्थ लॉ कॉलेज के 4th ईयर का स्टूडेंट है, जिसने यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद से 2010-2013 में डिग्री ली थी। पुलिस ने बताया कि प्रध्विराज तेलंगाना विद्यार्थी वेदिका (TVV) के मेंबर था और माओवादियों के साथ काम करने की योजना बना रहा था।
पुलिस ने बताया कि मार्च 2013 में प्रध्विराज ने माओवादी नेता सुखदेव से मिला और फिर उसके साथ दो माह तक तेलंगाना में घुमते रहे। उस समय, सुखदेव ने उसे चंद्रण्णा की पत्नी की बीमारी के बारे में बताया था और वह उसे खम्माम को इलाज के लिए ले जा रहा था, उसी वक्त पालवंचा पुलिस ने सुखदेव को गिरफ्तार कर, वारंगल के केंद्रीय जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि उसे जमानत मिलने पर, वह एक बार फिर माओवादियों के लिए काम में लग गया।
वहीं, मिसरा पश्चिम बंगाल के हावड़ा का रहने वाला है, जिसने 2013 में मास्टर डिग्री के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद ज्वॉइन किया था। पुलिस ने कहा कि माओवादी विचारधारा को पढ़ना उसकी आदत में था, जो दो स्टूडेंट ग्रुप का मेंबर भी था। पुलिस की मानें तो मिसरा ने 2016 में प्रध्विराज से पहली बार मुलाकात की और प्रतिबंधित संगठन के लिए काम करने का फैसला किया।
प्रध्विराज और मिसरा दोनों माओवादी नेताओं से लगातार संपर्क में रहे। तभी इसी साल जनवरी में रोहित वेमुला ने आत्महत्या कर दी, जिसके बाद यह घटना प्रध्विराज और मिसरा के बीच चर्चा का मुख्य बिंदु बन गया कि कैसे भी करके वीसी की हत्या कर दी जाए। रोहित वेमुला की हत्या के बाद वीसी अप्पाराव का खूब विरोध हुआ था। उस वक्त सीपीआई नेता हरिभूषण ने कहा था कि उचित समय और योजना के तहत इस घटना को अंजाम दिया जाएगा।
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