नूपुर शर्मा के विरोध में जिन्होंने मचाया था बवाल, उन्हें देश से बाहर भगाएगी कुवैत सरकार, दोबारा एंट्री पर बैन
भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के विरोध में प्रदर्शन करने वाले लोगों पर कुवैत सरकार ने कार्रवाई करने जा रही है।
कुवैत, 12 जूनः भाजपा की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल के विरोध में प्रदर्शन करने वाले लोगों पर कुवैत सरकार ने कार्रवाई करने जा रही है। कुवैत सरकार ऐसे लोगों की शिनाख्त करने के बाद उन्हें उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। विरोध प्रदर्शन में भारत सहित पाकिस्तान, बांग्लादेश के मुस्लिम कर्मचारी शामिल थे।
तस्वीर- प्रतीकात्मक
दोबारा एंट्री पर बैन
सरकार ने पुलिस को आदेश दिया है कि इन प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर निर्वासन केंद्र भेजा जाए। वहां से उन्हें संबंधित देशों में भेज दिया जाएगा। इसके साथ ही उनका विजा रद्द कर दिया जाएगा और उनके कुवैत में प्रवेश करने पर स्थाई रूप से प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। नारेबाजी करने वाले इन प्रवासी लोगों में भारतीय, पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमान शामिल हैं।
फहील में किया था प्रदर्शन
बीते शुक्रवार को कुवैत के फहील शहर में प्रवासियों द्वारा शुक्रवार को नमाज के बाद जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। इस विरोध प्रदर्शन से कुवैत की सरकार बेहद नाराज है। इस मामले में कड़ा एक्शन लेते हुए सरकार ने पैंगबर के समर्थन में नारेबाजी करने वाले लोगों की गिरफ्तारी का आदेश दिया है।
हर एक प्रदर्शनकारी की होगी पहचान
कुवैती अखबार अरब टाइम्स के मुताबिक सरकार ने आदेश दिया है कि विरोध प्रदर्शन कर रहे मुसलमानों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। इस संबंध में कुवैत के सरकारी अधिकारी सक्रिय हो गए हैं और प्रवासियों की पहचान में जुट गए हैं। कुवैत सरकार ने कहा कि जो लोग कुवैत के कानूनों का सम्मान नहीं करते, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इन सभी अराजक लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें उनके देश भेजा जाएगा।
प्रदर्शन करने का अधिकार नहीं
सरकार ने कहा कि कुवैत में प्रवासियों को भी किसी भी तरह के प्रदर्शन में भाग लेने का अधिकार नहीं है। सरकार ने विरोध प्रदर्शन को सीधे तौर पर कुवैती कानून का उल्लंघन माना है। कुवैत के कानून के अनुसार इस मुल्क में कोई भी प्रवासी धरना या विरोघ प्रदर्शन नहीं कर सकता। किसी भी प्रवासी द्वारा कुवैत में किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन में शामिल होने को गैर-कानूनी समझा जाता है।
सरकार ने चेतावनी जारी की
इसके साथ ही कुवैत सरकार ने कुवैत में रह रहे प्रवासियों के लिए चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि सभी प्रवासियों को कुवैती कानूनों का सम्मान करना होगा। अगर कोई भी कानून का उल्लंघन करता है और किसी भी प्रकार के धरना प्रदर्शन में शामिल होता है तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान ने पहले ही जारी की एडवाइजरी
यूएई स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने इसे लेकर पहले ही अपने नागरिकों को चेतावनी जारी कर दिया था। 24 मई 2022 में एक एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों को कहा था कि यहां विरोध करना कानूनन जुर्म है। अगर कोई पाकिस्तानी ऐसा करते पाया जाता है तो उसे यूएई कानून के तहत गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
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