राजस्थान: 10 नवजात शिशुओं की मौत के बाद लोकसभा स्पीकर ने किया अस्पताल का दौरा, दिया ये बड़ा आदेश
नई दिल्ली। राजस्थान की कोचिंग सिटी कोटा के जेके लोन मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में 10 बच्चों की मौत का मामला गरमाता जा रहा है। रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उस अस्पताल का दौरा किया जहां नवजात शिशुओं की मृत्यु हुई थी। अस्पताल का जयजा लेने के बाद ओम बिरला ने मीडिया से बात की और कहा कि यहां बुनियादी सुविधाओं और चिकित्सा उपकरणों की कमी है। अस्पताल में चिकित्सा संबंधी कई उपकरण खराब हैं मैंने इन्हें 15 दिनों में अपलब्ध कराने को कहा है।
बता दें कि जेके लोन अस्पताल कोटा में दिसम्बर 2019 में अब तक 77 बच्चों की मौत हो चुकी हैं। इनमें कई नवजात बच्चे भी शामिल थे, मगर मामला तब उजागर हुआ जब सोमवार व मंगलवार को महज 48 घंटे के दौरान ही 10 बच्चों की मौत हुई। फिर इस मामले की जयपुर से दिल्ली तक गूंज सुनाई दी। सियासत भी खूब शुरू हुई और ट्विटर वार भी हुआ। इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अस्पताल पहुंच कर मरीजों का हाल चाल लिया। उन्होंने अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं और उपकरणों की कमी का मामला उठाया इसके अलावा उन्होंने खराब पड़ी मशीनों को 15 दिनों में बदलने का भी आदेश दिया है।
अशोक
गहलोत
ने
दिया
असंवेदनशील
बयान
सीएम
अशोक
गहलोत
ने
मीडिया
से
बातचीत
में
कहा
कि
एक
भी
बच्चे
की
मौत
होना
दुर्भाग्यपूर्ण
है,
मगर
सबसे
कम
मौतें
बीते
छह
साल
में
हुई
हैं।
वर्ष
2019
में
900
बच्चों
की
मौत
हुई
हैं।
जबकि
पहले
यह
आंकड़ा
सालभर
में
1500
तक
भी
पहुंचा
है।
पूरे
प्रदेश
के
अस्पतालों
में
तीन-चार
मौतें
रोजाना
हो
रही
हैं।
यह
कोई
नई
बात
नहीं
है,
जयपुर
में
भी
होती
हैं।
कोटा
बच्चों
की
मौत
के
मामले
की
जांच
करवाई
गई
है।
कार्रवाई
भी
कर
रहे
हैं।
साथ
ही
कोटा
समेत
पूरे
प्रदेश
सुधार
की
दिशा
में
भी
प्रयास
कर
रहे
हैं।
पिछले
कार्याकाल
में
भी
हमने
वार्ड
ओपन
थिएटर
को
अपग्रेड
करने
का
काम
किया
था।