फिर से गोवा की कमान मनोहर पर्रिकर के हाथ, एक नजर सियासी सफर पर
मनोहर पर्रिकर भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आई.आई.टी. से स्नातक किया था।
नई दिल्ली। मनोहर पर्रिकर ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है। मनोहर पर्रिकर चौथी बार गोवा के मुख्यमंत्री बने हैं।
मनोहर पर्रिकर ने ली गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ
एक नजर मनोहर पर्रिकर के राजनीतिक सफर पर...
गोवा के मुख्यमंत्री
मनोहर पर्रिकर भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख नेताओं में से एक हैं। 24 अक्टूबर 2000 को वे पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने। इसके बाद 5 जून 2002 को वे दोबारा मुख्यमंत्री पद के लिए चुने गए। वे गोवा के गृह, कार्मिक, सामान्य प्रशासन और शिक्षामंत्री भी रहे। 2005 में वे विपक्ष के नेता रहे और 2007 में पुन: चुने गए।
आई.आई.टी. मुम्बई से स्नातक की परीक्षा
मनोहर पर्रिकर ने सन 1978 में आई.आई.टी. मुम्बई से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी, वो भारत के किसी राज्य के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति थे जिन्होंने आई.आई.टी. से स्नातक किया। उन्हें सन 2001 में आई.आई.टी. मुम्बई द्वारा विशिष्ट भूतपूर्व छात्र की उपाधि भी प्रदान की गयी है।
गोवा के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले भाजपा नेता
भारतीय जनता पार्टी से गोवा के मुख्यमंत्री बनने वाले वह पहले नेता हैं। 1994 में उन्हें गोवा की द्वितीय व्यवस्थापिका के लिये चयनित किया गया था। जून 1999 से नवम्बर 1999 तक वह विरोधी पार्टी के नेता रहे।
24 अक्टूबर् 2000
24 अक्टूबर् 2000 को वह गोवा के मुख्यमन्त्री बने किंतु उनकी सरकार 27 फ़रवरी 2002 तक ही चल पाई। जून 2002 में वह पुनः सभा के सदस्य बने तथा जून 5, 2002 को पुनः गोवा के मुख्यमन्त्री पद के लिये चयनित हुए।
21 सदस्यों के समर्थन का दावा
पर्रिकर ने 40 सदस्यीय गोवा विधानसभा में 21 सदस्यों के समर्थन का दावा किया है। विधानसभा चुनाव में भाजपा को 13 सीटों पर जीत मिली है। गोवा फॉरवर्ड पार्टी और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के 3-3 सदस्यों ने भाजपा के प्रति समर्थन जाहिर किया है। इसके अलावा दो निर्दलीय विधायकों ने भी अपना समर्थन जताया है।