बेटे के बाद पिता की भी हत्या, 6 दिन में हुए दोनों मर्डर की वजह पूरे गांव के लिए बनी पहेली
Chittorgarh News, चित्तौड़गढ़। राजस्थान के चित्तौड़गढ़। जिले के चंदेरिया थाना इलाके का दौलतपुरा गांव हैरान है। पूरे गांव को पता ही नहीं चल पा रहा कि महज 6 दिन के अंतराल में बाप-बेटे की हत्या किसने कर डाली। छह दिन पहले किसी ने बेटे को धारदार हथियारों से हमला करके मार डाला, वहीं अब विषाक्त पदार्थ खिलाकर पिता की भी हत्या कर दी गई है।
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इस घटना को लेकर दौलतपुरा गांव के लोगों में आक्रोश है। विधायक चन्द्रभान सिंह ने सात दिन में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। एसएचओ अनिल जोशी ने बताया कि दौलतपुरा गांव में रहने वाले देवीलाल (40) पुत्र जीतू जाट रविवार सुबह अपने कुएं पर अचेतावस्था में मिला। परिजन उसे सांवलियाजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसकी मौत हो गई। शव के पोस्टमार्टम में देवीलाल की मौत विषाक्त सेवन से होना सामने आई है।
देवीलाल पहले ही जता चुका था आशंका
मृतक के परिजनों का कहना है कि मौत से पहले देवीलाल ने उन्हें बताया था कि कपड़े से मुंह बांधे हुए तीन व्यक्ति उसे नोहरे से उठा ले गए थे, जिन्होंने उसे कोई दवा पिला दी। मृतक के भाई ने बताया कि घर से निकलने पर उसने देवीलाल को पूछा था कि वह कहां जा रहा है। देवीलाल ने उसे नोहरे की तरफ जाने की बात कही थी। कुछ देर बाद परिजन देवीलाल की तलाश में निकले।
वह कुएं पर अचेतावस्था में मिला
बाद में वह कुएं पर अचेतावस्था में मिला। शव का पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से करवाया गया। उसका विसरा जांच के लिए लिया गया है। सूचना मिलने पर विधायक चन्द्रभानसिंह आक्या, डेयरी अध्यक्ष बद्रीलाल जाट, नगर परिषद सभापति सुशील शर्मा व दौलतपुरा गांव के लोग सांवलियाजी अस्पताल पहुंचे।
परिवार ने मांगी पुलिस सुरक्षा
साथ ही पीड़ित परिवार के घर के आसपास दो पुलिसकर्मी तैनात करने की पुलिस अधीक्षक से मांग की गई है। उन्होंने कहा कि मौके पर गेहूं की फसल टूटी हुई है और संघर्ष के निशान भी है। इससे साफ जाहिर है कि विषाक्त खिलाकर या पिलाकर देवीलाल की हत्या की गई है। गौरतलब है कि 5 मार्च को देवीलाल जाट के 17 वर्षीय पुत्र मुकेश की भी उसके खेत पर धारदार हथियार के वार से हत्या कर दी गई थी।
मेला देखने गया बेटा नहीं लौटा
मुकेश 5 मार्च की शाम घर से यह कहकर निकला था कि वह पहले गांव में एक विवाह समारोह में खाना खाने खाने के बाद ऋषि मंगरी में मेला देखने जाएगा। रात करीब आठ बजे उसका मोबाइल बंद हो गया। मुकेश रात को घर नहीं लौटा तो पिता देवीलाल बुधवार सुबह रिपोर्ट लिखवाने चंदेरिया थाने गए थे। इसी दौरान उसके मोबाइल पर किसी ने जानकारी दी कि मुकेश का शव खेत पर पड़ा हुआ है। मुकेश के गले व सिर पर करीब 13-13 गहरी चोटें पाई गई। ऐसा प्रतीत होता है कि उस पर एक से ज्यादा हथियारों से हमला कर उसकी हत्या की गई थी।