लोजपा के दामाद साधु बने 'साधु', अब कर रहे ससुर-साले की पूजा
पटना (मुकुंद सिंह)। लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामविलास पासवान के दामाद अनिल कुमार साधु ने अचानक यूटर्न ले लिया है। कल तक उन्होंने राम विलास के खिलाफ जो पत्ते खोले थे और राजापाकड़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने की बात कर रहे थे। अब अचानक ही उनका हृदय परिवर्तन हो गय़ा है और वे अब अपने ससुर और साले साहब चिराग को काफी इज्जत देकर बात कर रहे हैं।
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कल तक पार्टी से निकाले जाने पर वे चिराग को कोस रहे थे और साथ ही कह रहे थे कि राम विलास के परिवार के ये कैसे संस्कार हैं, लेकिन अब साधू पूरी इज्जत के साथ बात करते हुए कह रहे हैं कि, हमारी कोई व्यक्तिगत लड़ाई आदरणीय पासवान जी और चिराग जी से नहीं है। हमारी लड़ाई कार्यकर्तों के मान-सम्मान के लिए थी। बिहार विधानसभा में जो आर-पार की लड़ाई है, उसमें हमने सब चीजों पर समझौता कर लिया है। अब हमारी ससुर जी से भी कोई व्यक्तिगत लड़ाई नहीं है, चिराग हमारे छोटे भाई हैं और हमारे नेता भी।
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साधु ने आगे कहा कि उनके बारे में हमने जो टिप्पणी की थी, वो एक कार्यकर्ता की हैसियत से थी ना कि अभिभावक के तौर पर। हम अपनी उस टिप्पणी को वापस लेते हैं। हमारा बस एक ही मेन मुद्दा है कि 2015 की जो आर -पार की लड़ाई है, उसमें हम उनके नेतृत्व में लड़ेंगे और कदम से कदम मिलाकर चलेंगे।
आपको बताते चले की ये उसी अनिल कुमार साधु का बयान है जो कल तक पार्टी से निकाले जाने के बाद चिराग को ना जाने क्या-क्या कह बैठे थे। यहां तक कि लोजपा पर वंशवाद का आरोप लगाकर पप्पू यादव के दर पर मत्था टेकने गये थे। लेकिन आज अचानक ही यूटर्न ले लिया और ससुर और साले की तारीफ करने लग गये हैं। इसे ही तो राजनीति कहते हैं।