देहरादून में STPI इन्क्यूबेशन केन्द्र का शिलान्यास, वर्चुअल तरीके से शामिल हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद (Ravi shankar Prasad) और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra singh rawat) ने शुक्रवार को वर्चुअल तरीके से देहरादून में एसटीपीआई इन्क्यूबेशन केन्द्र का शिलान्यास किया। इन्क्यूबेशन का मतलब है, सृजना। इस मौके पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून में जल्द ही एक रोबोटिक लैब की स्थापना की जाएगी, जिसके लिए भूमि भी उपलब्ध है। इस दौरान मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत एवं सूचना तकनीकी राज्यमंत्री, भारत सरकार श्री संजय धोत्रे ने ई-वेस्ट स्टूडियो का उद्घाटन भी किया।
देवभूमि से हुई टेक्नोलॉजी की सृजना- रविशंकर प्रसाद
इस मौके पर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं देवभूमि उत्तराखण्ड से बहुत प्यार करता हूं और वहां के लोगों का बहुत सम्मान करता हूं। रविशंकर प्रसाद ने उत्तराखंड को आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं भारत की सभ्यतागत संस्कृति का केन्द्र बताया। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उत्तराखंड देवों की भूमि है। यहां केदारनाथ, बदरीनाथ, जैसे पवित्र स्थल हैं। आज हम देव भूमि से टेक्नॉलाजी को सृजित कर रहे हैं। संस्कार, संस्कृति से टेक्नॉलाजी तक ये उत्तराखंड का परिचय होना चाहिए। उत्तराखंड के लोगों में कार्य करने की असीमित क्षमता एवं समर्पण की भावना है। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की अगुवाई में उत्तराखंड राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।
देहरादून में बनेगा रोबोटिक सेंटर
इस कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने एसटीपीआई के अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह इन्क्यूबेसन सेंटर बेहतर एवं आधुनिक बने। स्टार्टअप के क्षेत्र में उत्तराखण्ड में प्रबल संभावनाएं हैं। उत्तराखण्ड के देहरादून एवं हल्द्वानी में बीपीओ बनाये गये हैं। उन्होंने कहा कि ''चुनौती' नाम से एक नई योजना चलाई जा रही है। इस योजना का उद्देश्य छोटे शहरों के बच्चों में भी सृजनात्मकता का विकास हो। उन्होंने कहा कि देहरादून में एक रोबोटिक सेंटर बनाया जाए। यह भारत का महत्वपूर्ण रोबोट सेंटर बनना चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार को पूरा सहयोग दिया जाएगा। उत्तराखंड का एक ब्रांड अध्यात्म है तो दूसरा रोबोटिक बनना चाहिए। आज उत्तराखंड के 46 अस्पताल ई-अस्पताल बन चुके हैं। ऋषिकेश एम्स अच्छा कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री ने जताया रविशंकर प्रसाद का आभार
इस मौके पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने रविशंकर प्रसाद का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीडीए द्वारा सभी इलेक्ट्रिक वेस्ट का बेहतर इस्तेमाल किया जा रहा है। टीम वर्क से इलेक्ट्रानिक वेस्ट को बैस्ट में बदलने का सराहनीय कार्य किया जा रहा है। आईटी पार्क ने 2019-20 में 150 करोड़ रूपये का व्यापार किया है। इससे 2,500 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिला है। एसटीपीआई देहरादून इन्क्यूबेशन केन्द्र बनने से स्टार्टअप को जो प्ले एण्ड प्लग की फैसिलिटी चाहिए वो उन्हें उपलब्ध होगी। इससे स्टार्टअप को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
राज्य में स्टार्टअप को बढ़ावा देगा STPI इन्क्यूबेशन केन्द्र
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि एसटीपीआई देहरादून इन्क्यूबेशन केन्द्र उत्तराखण्ड में निवेश को आकर्षित करने तथा प्रमुख आईटी/आई.टी.ई.एस गंतव्य के रूप में स्थापित करने के लिए प्रोत्साहन देने में मददगार होगा। इससे स्टार्टअप एवं उद्यमियों के लिए अतिरिक्त इंक्यूबेसन सुविधा उपलब्ध कराने एवं राज्य में आईटी साफ्टवेयर, सेवाओं के निर्यात व उद्यमशीलता को बढ़ावा देने में भी सहायता मिलेगी। इससे राज्य में रोजगार के नये अवसर बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि भारत नेट-2 के प्रसार से उत्तराखण्ड में पर्वतीय क्षेत्रों से पलायन रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी। राज्य के नौजवान हौनहार एवं प्रगतिशील विचारधारा तथा रचनात्मक सोच वाले हैं। भारत नेट फेज 2 परियोजना के तहत की 2 हजार करोड़ रूपये की इस योजना से 5991 ग्राम पंचायतों में इंटरनेट पहुंचाया जायेगा। आज हमारे नौजवान ऑनलाईन बिजनेस की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। ड्रोन एप्लीकेशन के क्षेत्र में भी उत्तराखण्ड में अच्छा कार्य हो रहा है। राज्य में अनेक ड्रोन के पायलेट तैयार हो रहे हैं। आने वाले समय में राज्य को इसका बहुत लाभ होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने केन्द्रीय मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद से काशीपुर में आरक्षित 100 एकड़ भूमि में इलेक्ट्रॉनिक एवं मैन्युफैक्चरिंग कलस्टर के लिए सहयोग एवं राज्य में भारत नेट भेज 2 का जल्द कार्य शुरू करवाने का अनुरोध किया।