VIDEO : महाराष्ट्र और MP में Nathuram Godse की स्मृति में कार्यक्रम, माल्यार्पण के बाद आरती, जिंदाबाद के नारे
Nathuram Godse की स्मृति में शौर्य दिवस मनाया गया। महाराष्ट्र में करणी सेना जबकि मध्य प्रदेश में हिंदू महासभा ने गोडसे की स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किए। Nathuram-Godse-Karni-Sena-Shaurya-Diwas-Maharashtra
Nathuram Godse राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के कारण कुख्यात हैं। हालांकि, कुछ लोग गोडसे की स्मृति में शौर्य दिवस मनाते हैं। इनकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर पोस्ट की जाती है। ऐसी ही दो वीडियो महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से वायरल हो रही है। महाराष्ट्र में करणी सेना ने शौर्य दिवस मनाया जबकि मध्य प्रदेश में हिंदू महासभा के सदस्य गोडसे की पूजा करते दिखे।
महाराष्ट्र के पनवेल में शौर्य दिवस
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में करणी सेना के सदस्यों को गोडसे का जयकारा लगाते देखा गया। महाराष्ट्र के पनवेल की वायरल वीडियो के बारे में इंडिया टुडे की रिपोर्ट में कहा गया कि करणी सेना ने मंगलवार को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की पुण्यतिथि को महाराष्ट्र के पनवेल में शौर्य दिवस के रूप में मनाया।
जिंदाबाद और अमर रहें जैसी नारेबाजी
ट्विटर यूजर कमलेश सुतार ने जो वीडियो मराठी भाषा के कैप्शन के साथ ट्वीट की है, इस वीडियो में, करणी सेना के सदस्यों को नारे लगाते हुए देखा जा सकता है। नाथूराम गोडसे अमर रहे और नाथूराम गोडसे जिंदाबाद जैसे नारे लगाए गए।
गोडसे को फूल चढ़ाना और आरती
करणी सेना के कार्यकर्ताओं को गोडसे को फूल चढ़ाते और उनकी आरती उतारते भी देखा गया। नाथूराम गोडसे की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में करणी सेना के दर्जनों कार्यकर्ताओं को भाग लेते देखा गया। करणी सेना के सदस्यों का बयान सामने नहीं आया है।
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मध्य प्रदेश के दौलतगंज में भी आरती
महाराष्ट्र के अलावा मध्य प्रदेश के दौलतगंज में भी गोडसे की स्मृति में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। गोडसे की याद में दौलतगंज में टोपी पहने कार्यकर्ताओं ने गोडसे के चित्र पर माला चढ़ाने के बाद उनकी आरती भी उतारी।
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वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
मध्य प्रदेश के दौलतगंज में गोडसे की याद में कार्यक्रम के दौरान लोगों को उनके समर्थन में नारे लगाते भी देखा गया। दोनों जगहों की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
1948 में महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या
बता दें कि अभी तक मौजूद साक्ष्यों और इतिहासकारों के लेख के आधार पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के लिए नाथूराम गोडसे को दोषी माना जाता है। गोडसे ने 30 जनवरी 1948 की शाम महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। ऐसे में अक्सर गोडसे के शौर्य दिवस और राष्ट्रपिता की स्मृति के दिन कार्यक्रमों को लेकर सोशल मीडिया पर खूब बहस होती है।