Karnataka: पांच बार विधायक रहे UT Khader ने भरा नामांकन, बने विधानसभा के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष
UT Khader ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए मंगलवार को नामांकन दाखिल किया है। कांग्रेस के पांच बार विधायक रहे यूटी खाद अब तक के कर्नाटक विधान सभा के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष बनने जा रहे हैं।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत से जीत हासिल करने वाले कांग्रेस पार्टी राज्य की कमान संभाल ली है। शनिवार को भव्य शपथ ग्रहण समारोह के दो दिन बाद अब विधानसभा अध्यक्ष चुने जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मंगलवार को विधानसभा अघ्यक्ष पद के लिए कांग्रेस पार्टी से पांच बार विधायक रहे यूटी खादर ने नामांकन दाखिल किया है।
विधानसभा अध्यक्ष पद के लिस जब खादर नामांकन के कर रहे थे इस मौके पर राज्य के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सिद्धारामैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार भी मौजूद थे। मैंगलोर विधायक खादर कर्नाटक विधानसभा के अब तक के सबसे कम उम्र के अध्यक्ष चुने गए हैं
जानिए
कौन
हैं
यूटी
खादर?
मैंगलोर उल्लास में जन्में खादर की उम्र 53 वर्ष है। इससे पहले खादर शहरी विकास और आवास मंत्री के रूप में पहले सिद्धारमैया की कैबिनेट में रह चुके हैं।
खादर मई 2013 से जून 2016 तक कर्नाटक में पिछले सिद्धारमैया सरकार में स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाल चुके हैं।
2018 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में खादर दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिलों से जीतने वाले एकमात्र कांग्रेस विधायक थे। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 में खादर ने मैंगलोर निर्वाचन क्षेत्र से 22,000 वोटों से जीत हासिल की है। खादर ने इस बार के विधानसभा चुनाव मेंभाजपा कैंडीडेट सतीश कुम्पाला को हराया है।
बता दें ऐसी अफवाहें थीं कि कर्नाटक विधानसभा के अगले अध्यक्ष के रूप में आरवी देशपांडे, टीबी जयचंद्र और एचके पाटिल के नामों की घोषणा की जाएगी हालांकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यूटी खादर से मुलाकात की और इसके बाद यूटी खाद के नाम पर अंतिम फैसला लिया गया।
इससे पहले देशपांडे को स्पीकर का पद संभालने के लिए कहा गया था। हालांकि, उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए पोस्ट को अस्वीकार कर दिया। पार्टी ने अध्यक्ष पद के लिए वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री एचके पाटिल के नाम पर भी विचार किया था। हालांकि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के करीबी हैं बी.आर. पाटिल से भी संपर्क किया गया। लेकिन अंत में यूटी खादर का नाम फाइनल कर लिया गया।
एक दिन पहले सोमवार को कर्नाटक विधानसभा सत्र राज्यपाल थावरचंद गहलोत के साथ शुरू हुआ, जिन्होंने विधान सभा सत्र के लिए कांग्रेस नेता आरवी देशपांडे को प्रो-टेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई।
वहीं बेंगलुरु में राज्य विधानसभा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को गोमूत्र छिड़कते और पूजा करते नजर आए। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि वे विधान सौधा का "शुद्धिकरण" कर रहे हैं।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली प्रचंड जीत के बाद शनिवार को दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में सिद्धारमैया ने शपथ ली। 20 मई को शपथ लेने वाले आठ विधायकों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे, पार्टी के विधायक जी परमेश्वर और एमबी पाटिल शामिल थे। वहीं उपमुख्यमंत्री के तौर पर डीके शिवकुमार ने शपथ ली थी।
कर्नाटक की 224 सदस्यीयविधानसभा सीट के लिए 10 मई को चुनाव हुआ था और 13 मई को चुनाव परिणाम घोषित किया गया। जिसमें कांगेस ने बहुमत की 113 सीटों से कहीं अधिक 135 सीटों पर जीत हासिल की थी। इस चुनाव में सत्तारूढ़ भाजपा को 66 सीटें मिलीं और जबकि जनता दल (सेक्युलर) ने 19 सीटें हासिल कीं।