बिहारः राज्यपाल कोटे से MLC मनोनयन की लिस्ट जारी, उपेंद्र कुशवाहा को मिली जगह
पटना। लंबे इंतजार के बाद बिहार में राज्यपाल कोटे से होने वाले एमएलसी के मनोनयन पर फैसला हो गया है। बिहार सरकार द्वारा 12 लोगों की लिस्ट जारी कर दी गई है, जिनको राज्यपाल कोटे से एमएलसी बनाया गया है। इस लिस्ट में जदयू में वापस लौटे उपेंद्र कुशवाहा का भी नाम शामिल है। बता दें कि बीते मंगलवार को सीएम नीतीश कुमार को राज्यपाल कोटे से होने वाले एमएलसी मनोनयन के लिए अधिकृत किया गया था। यह फैसला बिहार कैबिनेट की बैठक में लिया गया था।

इस बैठक में राज्यपाल कोटे से एमएलसी के दो नामों पर मुहर लगा दी गई थी, जो दो नाम पहले से तय किये गए थे उनमें अशोक चौधरी और जनक राम नाम का शामिल था। बता दें कि बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद सभी की नजर राज्यपाल कोटे से विधानपरिषद में मनोनयन की 12 सीटों पर टिकी हुई थी। इसके लिए जदयू और भाजपा के बीच लगातार मंथन चल रहा था। इसी दौरान मंगलवार को बिहार सरकार कैबिनेट की बैठक में राज्यपाल कोटा से होने वाले एमएलसी चयन को लेकर गंभीर चर्चा की गई थी।
Bihar Governor nominates members to fill 12 vacancies in the State Legislative Council. Upendra Kushwaha also nominated. pic.twitter.com/sSRj9eJq2e
— ANI (@ANI) March 17, 2021
राज्यपाल कोटे की एमएलसी सीटों पर कला, विज्ञान, साहित्य और समाजसेवा क्षेत्रों से आने वाले लोगों को मनोनीत किया जाता है। राज्यपाल द्वारा मनोनीत होने वाले एमएलसी सदस्यों के नामों की सिफारिश राज्य सरकार ही करती है। इसके बावजूद यह राज्यपाल पर निर्भर करता है कि वह सरकार की सिफारिश को मानें या उसे लौटा दें। लेकिन राज्य सरकार की दोबारा भेजी गई सिफारिश को राज्यपाल की मंजूरी मिल जाती है।
हालांकि राज्यपाल की राज्य सरकार से अपेक्षा होती है कि जिन नामों की सिफारिश राज्य सरकार कर रही है, वे गैरराजनीतिक हों। बता दें कि साल 2014 में बिहार विधानपरिषद में मनोनीत जावेद इकबाल अंसारी, ललन सर्राफ, रामचंद्र भारती, रामलखन रामरमण, रामबचन राय, राणा गंगेश्वर सिंह, रणवीर नंदन, संजय कुमार सिंह, शिवप्रसन्न यादव और विजय कुमार मिश्रा साल 2019 में रिटायर हो चुके हैं।
सीएम
ममता
बनर्जी
ने
पीएम
मोदी
को
बताया
झूठा,
पूछा-
क्या
बिहार
को
मिली
फ्री
कोविड-19
वैक्सीन?