टीम इंडिया को 'भविष्य के ये तीन सितारे' देकर आईपीएल से विदा हो गए लखनऊ सुपर जायंट्स
नई दिल्ली, 26 मई: आईपीएल 2022 सीजन शुरू होने से पहले जब मेगा नीलामी हुई थी तो दो नई टीमों को लेकर सबके अंदर उत्सुकता थी। गुजरात टाइटंस और लखनऊ सुपरजायंट्स ने नीलामी में पहली बार कदम रखा था। दोनों ने ही अपनी अपनी टीमें बनाई लेकिन सबसे ज्यादा तारीफ हुई लखनऊ सुपरजायंट्स की। इस टीम के कोच एंडी फ्लावर थे, कप्तान केएल राहुल थे और मेंटर गौतम गंभीर थे। टीम ने खूब सारे ऑलराउंडरों को चुना और कुछ अच्छे भारतीय खिलाड़ियों को भी हासिल किया।
3 सितारे भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बढ़ी उम्मीद जगाते हैं
कागजों पर ये टीम आईपीएल की बाकी टीमों से बेहतर दिखाई दे रही थी लेकिन मैदान पर क्रिकेट थोड़ा अलग तरीके से खेला जाता है इसीलिए यह उतार-चढ़ाव का खेल कहा जाता है। लखनऊ ने अपने बड़े-बड़े नामों के साथ 2022 सीजन की शुरुआत भी अच्छी की। एक समय वे अंक तालिका में नंबर एक पर भी थे हालांकि बाद में निरंतरता की कमी से टीम जूझती रही लेकिन फिर भी उन्होंने 18 अंक हासिल करके प्लेऑफ में जगह बनाई। दुर्भाग्यपूर्ण यह रहा कि वे रन रेट में राजस्थान रॉयल्स से पिछड़ गए जिसके चलते उनको नंबर 3 से ही संतोष करना पड़ा।
नंबर 3 और 4 के बीच एलिमिनेटर मुकाबले होते हैं जो करो या मरो के मैच होते हैं। ऐसे ही एक मुकाबले में 25 मई को लखनऊ सुपरजायंट्स का सामना रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की टीम से हुआ जहां पर फाफ डुप्लेसिस के साथियों ने केएल राहुल एंड कंपनी को 14 रनों से हराकर प्रतियोगिता से बाहर कर दिया। लखनऊ ने एक अच्छी टीम के तौर पर टूर्नामेंट से विदाई ली है और इस पूरे सीजन में उन्होंने कई ऐसे खिलाड़ी भी देखे हैं जो आने वाले भविष्य की सुनहरी चमक दिखा रहे हैं। आईपीएल 2022 से बाहर हो गई लखनऊ की टीम में कौन से 3 सितारे भारतीय क्रिकेट टीम के लिए बढ़ी उम्मीद जगाते हैं, आइए देखते हैं-
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दीपक हुड्डा-
दीपक हुड्डा ऐसे खिलाड़ी हैं जिनको अंतरराष्ट्रीय स्तर खेलने का मौका मिल चुका है। हालांकि करियर अभी बिल्कुल शुरुआत का है। अभी हुडा केवल 27 साल के हैं। वह रोहतक से आते हैं और कभी-कभी ऑफ ब्रेक बॉलिंग भी कर सकते हैं। दीपक ने जो भरोसा जताया है वह T20 इंटरनेशनल में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए काफी है। दीपक हुड्डा को आईपीएल नीलामी में 5.75 करोड रुपए में खरीदा गया था। 27 साल के दीपक हुड्डा केएल राहुल के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स के दूसरे सबसे बेहतरीन दाएं हाथ के बल्लेबाज दिखाई दिए। सच तो यह है अगर डिकॉक एक मैच में ही 140 रन की नाबाद पारी ना खेलते राहुल के बाद सबसे बेस्ट औसत व ओवरऑल स्कोर दीपक हुड्डा ने ही बनाया है।
15 पारियों में 4 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे
दीपक 15 पारियों में 4 अर्धशतक लगाने में कामयाब रहे और उन्होंने 32.21 के औसत व 136.67 के स्ट्राइक रेट के साथ 451 रन बनाए। दीपक ने काफी प्रभावशाली पारियां खेली और वे एलिमिनेटर मुकाबले में भी काफी अच्छे दिखाई दे रहे थे। हुड्डा ने इस मैच में 26 गेंदों पर 45 रन बनाए और उनके आउट होने के बाद ही आरसीबी की टीम चैन की सांस ले सके क्योंकि जब केएल राहुल व हुड्डा क्रीज पर थे तो मैच में लखनऊ के जीतने के पूरे चांस बने हुए थे।
मोहसिन खान की तेजी और चतुराई
अगले खिलाड़ी है बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मोहसिन खान जो उत्तर प्रदेश के संभल से आते हैं। 23 साल का यह तेज गेंदबाज अपनी गति और धीमी गेंदों के अच्छे उपयोग के चलते बल्लेबाजों को तंग करने में बहुत परेशान रहा बहुत चर्चित रहा। मोहसिन खान को केवल 20 लाख रुपये के बेस प्राइज पर लखनऊ सुपरजाइंट्स ने खरीदा था लेकिन अब तय है इस खिलाड़ी को मोटी रकम देने के लिए भी कई टीमें तैयार होंगी। मोहसिन 9 मैच खेल पाए जहां उन्होंने केवल 5.97 के इकोनामी रेट के साथ 14 विकेट चटकाए। उनका बेस्ट रहा 16 रन देकर चार विकेट और उनका गेंदबाजी औसत भी 14.07 रहा।
145 से 150 किलोमीटर प्रति घंटा की गति
मोहसिन रफ्तार के भी सौदागर है और 145 से 150 किलोमीटर प्रति घंटा की गति से गेंद फेंक सकते हैं। उन्होंने 151 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार का आंकड़ा भी दर्ज किया हुआ है। LSG के एलिमिनेटर मुकाबले में भी मोहसिन खान अच्छी गेंदबाजी कर रहे थे। अगर उनकी बॉलिंग पर दिनेश कार्तिक का कैच आते ही पकड़ लिया जाता तो रजत पाटीदार व कार्तिक के बीच हुई तेज साझेदारी को तोड़ा जा सकता था और मैच का मोमेंटम भी बदला जा सकता था। इसके बावजूद मोहसिन एक ऐसे मैच में केवल 25 ही रन देने में सफल रहे जहां 20 ओवर में 207 रन बने थे। निश्चित तौर पर मोहसिन तेज गेंदबाजी विभाग में भारत के लिए बड़ी संभावनाएं हैं।
आयुष बडोनी- आंकड़ों से बेहतर खिलाड़ी
इस लिस्ट में अगले खिलाड़ी है आयुष बडोनी जिनके लिए यह सीजन शुरुआत में एक शानदार सफलता लेकर आया। भले ही वे बाद में वह निरंतरता नहीं दिखा सके लेकिन युवा खिलाड़ियों से कई बार सीखने की अपेक्षा की जाती है और बडोनी अगले सीजन में अनुभव से और बेहतर करते हुए दिखाई देंगे। फिलहाल उनमें संभावनाएं कूटकर भरी हैं और वे काफी होनहार हैं। उनकी उम्र केवल 22 साल है। वे दिल्ली से आते हैं और दाएं हाथ से ऑफब्रेक गेंदबाजी भी कर लेते हैं। बडोनी के आंकड़े बहुत खास नहीं होने के बावजूद भी इस खिलाड़ी की खासियत में कोई कमी नहीं आती।
शुरुआत बहुत जबरदस्त की, आगे अंजाम भी ऐसा कर सकते हैं
प्रतिभा के हिसाब से बडोनी एक मजे हुए बल्लेबाज के तौर पर नजर आते हैं जिसको एक सही दिशा की जरूरत है और लगातार निरंतरता से परफॉर्म करते जाना है। बडोनी ने 13 मैचों में 20.13 की औसत और 123.85 के स्ट्राइक रेट के साथ 161 रन ही बनाए लेकिन जिस तरीके से उन्होंने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 41 गेंदों में 54 रनों की पारी खेली थी वह बहुत ही नाजुक मौके पर आई थी और इस युवा बल्लेबाज ने इस पारी को खेलने में काफी परिपक्वता दिखाई थी। उन्होंने अगले ही मैच में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 9 गेंदों में नाबाद 19 रन बनाए थे।
उससे अगला मैच सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ था जहां वे 12 गेंदों में 19 रन बनाकर रन आउट हो गए। बडोनी ने अगले मुकाबले में डीसी के खिलाफ 3 गेंदों में नाबाद 10 रन बनाए थे। इस तरह से इस बल्लेबाज की शुरुआत बहुत ही धाकड़ रही लेकिन बाद में वह बड़ा स्कोर नहीं कर सके।
ये युवा अगले सीजन में और निखर जाएंगे
यह भी पूरी तरह सच है कि बडोनी को आने वाले मुकाबलों में ज्यादा गेंदे खेलने को भी नहीं मिली और वे मुश्किल परिस्थितियों में आए जहां उनकी टीम को तेज रनों की दरकार होती थी। इस स्थिति में नया खिलाड़ी 'हिट या मिस' होता है, दुर्भाग्य से बडोनी आईपीएल के दूसरे भाग में 'मिस' ज्यादा साबित हुए। लेकिन उम्मीद की जाती है यह खिलाड़ी जल्दी अपने अनुभव से सीखेगा और भारतीय टीम के लिए भी एक अहम बल्लेबाज साबित होगा। बडोनी के पास हर तरह का शॉट खेलने की काबिलियत है और जब भी लय में होते हैं तो क्रिकेट के हर कोने से 360-डिग्री पर शॉट लगते हैं।
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