किसान परिवार में 35 साल बाद जन्मी बेटी, अब 35 KM दूर दादा के घर दुर्गा नवमी पर हेलीकॉप्टर से आएगी
Nagaur, 14 Apr : बेटियां कितनी अनमोल हैं और इनके जन्म की खुशी क्या होती है, यह जानने के लिए राजस्थान के नागौर जिले के कुचेरा क्षेत्र के गांव निम्बड़ी चांदावता के इस परिवार की खबर काफी है, जो बेटियों के लाड-प्यार की दिलचस्प कहानी बयां कर रही है।
मदनलाल के परिवार में 35 बाद जन्मी बेटी
दरअसल, परिवार में 35 साल बाद बेटी के जन्म की खुशी यह परिवार अनूठे अंदाज में मनाने की तैयारियों में जुटा है। यह बेटी हेलीकॉप्टर में बैठकर अपने ननिहाल से दादा के घर आएगी। निजी खेत में हेलीकॉप्टर उतारने के लिए बच्ची के दादा मदनलाल पुत्र कुम्हार ने नागौर जिला कलेक्टर से अनुमति मांगी है। इजाजत मिलने पर हेलीपेड बनाने का काम शुरू हो गया।
21 अप्रैल को दादा के घर आएगी रिया उर्फ सिद्धि
परमेश्वर सिंघटिया ने बताया कि उनके रिश्तेदार मदनलाल प्रजापत के बेटे हनुमान प्रजापत की पत्नी चुका देवी ने तीन मार्च को बेटी को जन्म दिया है। उसका नाम रिया उर्फ सिद्धि रखा है। रिया अपने ननिहाल गांव हरसोलाव में है। अब रिया को 21 अप्रैल की शाम करीब चार बजे चैत्र नवरात्र के नौवें दिन यानी दुर्गा नवमी को ननिहाल से दादा के घर लाया जाएगा।
निम्बड़ी चांदावता व हरसोलाव के खेत में उतरेगा हेलीकॉप्टर
वन इंडिया हिंदी से बातचीत में हनुमान राज प्रजापत बताते हैं कि हमारे परिवार में 35 साल बाद बेटी पैदा हुई है। इसलिए पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। ऐसे में उसे नाना के घर से लाने के लिए हेलीकॉप्टर बुक करवाया गया है। इसके लिए निम्बड़ी चांदावता में अपने निजी खेत और हरसोलाव में पांचाराम पुत्र भंवरूराम के खेत में अस्थायी हेलीपेड बनाया गया है।
हरसोलाव में हेलीपेड बनकर तैयार, निम्बड़ी चांदावता में बनाया जा रहा
हनुमान राम प्रजापत ने बताया कि ससुराल हरसोलाव में हेलीपेड बनवाया जा चुका है। जबकि गांव निम्बड़ी चांदावता में हेलीपेड का काम चल रहा है, जो जल्द पूरा होने वाला है। दोनों ही गांवों में यह पहला मौका होगा जब कोई नवजात हेलीकॉप्टर में सवार होकर अपने ननिहाल से दादा के घर जाएगी।
खेती करता है मदनलाल का परिवार
हनुमान राम प्रजापत के अनुसार उनके 80 बीघा जमीन है। पूरा परिवार खेती पर निर्भर है। पिता के साथ साथ वह खुद भी खेती करते हैं। महीनेभर पहले बेटी का जन्म हुआ तो दादा मदन लाल प्रजापत और दादी मुन्नीदेवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दोनों ने तय किया वे अपनी पोती को हेलीकॉप्टर में बैठाकर घर लाएंगे।
फसल बेचकर जुटाए पैसे
मदन लाल सामान्य किसान परिवार से है, मगर बेटी जन्म की खुशियां धूमधाम से मनाने जा रहा है। पांच-सात दिन पहले ही मदनलाल प्रजापत ने मैथी, जीरा और सरसों की फसल बेचकर चार लाख रुपए जुटाए हैं। इन्हीं रुपयों से जयपुर से पोती के लिए हेलीकॉप्टर बुक करवाया है।
कौन-कौन सवार होगा हेलीकॉप्टर में
नवजात
बच्ची
को
हेलीकॉप्टर
में
बैठाकर
पहली
बार
घर
लाने
के
दौरान
उसके
साथ
हेलीकॉप्टर
में
बैठने
वालों
के
नाम
भी
तय
कर
लिए
गए
हैं।
हेलीकॉप्टर
में
बच्ची
रिया
के
साथ
उसके
पिता
हनुमानराम,
मां
चुका
देवी,
फूफा
अर्जुन
प्रजापत,
हनुमान
राम
के
चचेरे
भाई
प्रेम
व
राजूराम
सवार
होंगे।
पहले गांव निम्बड़ी चांदावता आएगा हेलीकॉप्टर
21 अप्रैल की सुबह करीब नौ बजे हेलीकॉप्टर जयपुर से गांव निम्बड़ी चांदावता आएगा। यहां से हनुमानराम, प्रेम, राजूराम व अर्जुन प्रजापत को लेकर 35 किलोमीटर दूर स्थित गांव हरसोलाव जाएगा। फिर वहां से शाम करीब चार बजे नवजात बच्ची व उसकी मां को लेकर आएगा।
हेलीपेड से घर तक के रास्ते में बिछाएंगे फूल
बता दें कि गांव निम्बड़ी चांदवता में हेलीपेड मदनलाल प्रजापत की जमीन में बनाया गया है, जो घर से महज चार सौ मीटर दूर है। हेलीपेड से लेकर घर तक के रास्ते में फूल बिछाए जाएंगे और हेलीकॉप्टर से उतरने के बाद नवजात बेटी को बैंड बाजों के साथ घर लाया जाएगा। इस दौरान परिवार के लोगों को भोजन भी करवाया जाएगा।
21 अप्रैल चुनने की वजह
हनुमान राम प्रजापज के अनुसार बेटी 21 अप्रैल को पहली बार घर आएगी। इसकी दो वजह है। एक तो यह कि उस दिन दुर्गा नवमी है, जो महिला शक्ति की प्रतीक है। दूसरी वजह यह है कि 27 अप्रैल को चचेरे भाई नवरत्न की शादी है। इसलिए पत्नी व बेटी शादी पर भी आ रही है। बता दें कि हनुमान राम व चुका देवी की शादी मई 2020 को हुई थी।
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