रघुवंश बाबू को तेजप्रताप ने किया याद तो मांझी ने कहा- घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं
पटना। राजद के दिग्गज नेता और लालू प्रसाद के संकटमोचक कहे जाने वाले रघुवंश प्रसाद सिंह की जयंती है। इस मौके पर आज उन्हें याद किया जा रहा है। राजद के अलावा अन्य राजनीतिक दलों ने भी श्रद्धांजलि दी। वहीं सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है। राजद विधायक तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह को सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी। इस दौरान तेजप्रताप ने सोशल मीडिया पर रघुवंश बाबू की फोटो के आगे नमन करते हुए तस्वीर शेयर किया है।
तेज प्रताप ने फोटो शेयर करते हुए लिखा कि समाजवाद के बरगद रूपी स्तंभ, एक खाँटी जननेता जो सदैव जनता के बीच उन्हीं के रूप में रहें एवं आधुनिक भारत के ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने वाले मनरेगा मैन आदरणीय रघुवंश प्रसाद सिंह जी को उनकी जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि..! इस पर हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने निशाना साध दिया।
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि आज घड़ियाली आंसू बहाने वालों, एक लोटा पानी की कीमत आप लोग कभी नहीं समझ पाओगे। इसके अलावा तंज कसते हुए लिका कि रघुवंश प्रसाद को जिंदगी में अपमानित किया गया, अब नमन कर रहे हैं। बता दें कि तेज प्रताप ने राजद के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह को एक लोटा पानी कहा था। उस वक्त रघुवंश बाबू लालू परिवार से खफा चल रहे थे।
उनकी नाराजगी पर तेजप्रताप ने कहा था कि यह हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं है। राजद समुद्र की तरह है। समुद्र से एक लोटा पानी चला भी जाता है तो वह खाली नहीं हो जाता है। राजद एक परिवार की तरह है। परिवार में लोग नाराज होते हैं और मान भी जाते हैं। वहीं पिता लालू प्रसाद अपने बेटे तेजप्रताप के इस बयान से काफी नाराज हुए और तुरंत रांची तलब किया था।
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बता दें कि RJD सुप्रीमो लालू यादव रघुवंश प्रसाद को संकटमोचन ब्रह्म बाबा कहते थे। 23 मई 2004 से 2009 तक वे प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कैबिनेट में ग्रामीण विकास विभाग मंत्री रहे। इसी दौरान रोजगार गारंटी को लेकर मनरेगा स्किम की शुरुआत की थी। रघुवंश प्रसाद अपने अंतिम दिनों में RJD से नाराज चल रहे थे। 13 सितम्बर 2020 को उनका निधन दिल्ली के एम्स में हो गया था। उनके निधन के बाद उनके शव को RJD कार्यालय तक नही ले जाया गया था। उनके पुत्र सत्यप्रकाश सिंह ने बाद में JDU की सदस्यता ले ली।