ऐतिहासिक ! मुस्लिम वर्ल्ड लीग में पहली बार गांधी जयंती, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा का संदेश फैलाने का अवसर
ऐतिहासिक ! मुस्लिम वर्ल्ड लीग में पहली बार गांधी जयंती, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा का संदेश फैलाने का अवसर। Muslim World League celebrates Gandhi Jayanti
रियाद, (सऊदी अरब), 2 अक्टूबर : दो अक्टूबर 2022 ऐतिहासिक तारीख बन गई। पहली बार मक्का, सऊदी अरब स्थित मुस्लिम वर्ल्ड लीग में महात्मा गांधी की जयंती मनाई गई। 153वीं जयंती पर बापू को श्रद्धांजलि दी गई। अहिंसा पर गांधी के दर्शन की प्रशंसा करते हुए, मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने पहली बार राष्ट्रपिता गांधी को श्रद्धांजलि दी। इन देशों ने कहा कि गांधी जयंती के दिन को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा का संदेश फैलाने का अवसर मानना चाहिए।
मुस्लिम वर्ल्ड लीग मक्का, सऊदी अरब से बाहर स्थित एक अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी इस्लामी संगठन है। मक्का पैगंबर मुहम्मद का जन्मस्थान है और इस्लाम में सबसे पवित्र स्थान काबा को माना गया है। दो अक्टूबर 2022 को पहली बार इस संगठन ने भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपनी श्रद्धांजलि दी। माना जा रहा है कि स्वतंत्रता आंदोलन के नेता "बापू" की जयंती पर संगठन द्वारा दी गई शुभकामनाएं मुस्लिम और अरब दुनिया के साथ भारत के बीच संबंधों की मजबूती को रेखांकित करती हैं।
मुस्लिम वर्ल्ड लीग एक ट्वीट में लिखा, "आज, 2 अक्टूबर, हम जन्मदिन का सम्मान करने के लिए गांधी जयंती मनाते हैं और एक दूरदर्शी, स्वतंत्रता सेनानी और अहिंसा के अनुयायी महात्मा गांधी के जीवन को याद करते हैं। आज अहिंसा का अंतरराष्ट्रीय दिवस भी है।" लीग के बयान में कहा गया है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा के संदेश को फैलाने के लिए 2 अक्टूबर को उपयुक्त दिन के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
लीग ने ट्वीट में लिखा, "हर साल, दुनिया अहिंसा का अंतरराष्ट्रीय दिवस मनाती है, अहिंसा दर्शन के अग्रदूत महात्मा गांधी जयंती का जश्न मनाती है। यह शिक्षा और जन जागरूकता के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अहिंसा के संदेश को फैलाने का अवसर है।"
बता दें कि हर साल 2 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस भी मनाया जाता है। इस दिन दुनिया अहिंसा का संदेश और दर्शन के अग्रदूत महात्मा गांधी के जीवन पथ और रणनीति को याद करते हुए अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाती है। यह दिन शिक्षा और जन जागरूकता के माध्यम से अहिंसा के संदेश को फैलाने का एक अवसर है।
15 जून, 2007 के संयुक्त राष्ट्र महासभा के प्रस्ताव के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है। गांधी जयंती के मौके पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा, "अहिंसा के सिद्धांत की सार्वभौमिक प्रासंगिकता" और "शांति, सहिष्णुता, समझ और अहिंसा की संस्कृति को सुरक्षित करने की इच्छा" की पुष्टि करता है।
बता दें कि दुनियाभर में गांधी जयंती को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए भारत और दुनिया भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।