जब मनोहर पर्रिकर की सलामती के लिए बीजेपी मुख्यालय में 10 मौलवियों ने पढ़ी थी कुरान
नई दिल्ली। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का रविवार (17 मार्च 2019) को निधन हो गया। उनकी उम्र 63 साल थी। चार बार के मुख्यमंत्री और पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर लंबे समय से कैंसर की बीमारी से जूझ रहे थे। पिछले एक साल से बीमार चल रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता का स्वास्थ्य दो दिन पहले बहुत बिगड़ गया था। शनिवार देर रात से वो जीवनरक्षक प्रणाली पर थे। रविवार को शाम छह बजकर चालीस मिनट पर उन्होंने अंतिम सांस ली। पर्रिकर भाजपा के उन चंद नेताओं में से एक थे जिनकी धर्मनिरपेक्ष छवि मानी जाती थी। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बीते साल जब पर्रिकर की तबीयत खराब हुई थी और उन्हें एम्स में भर्ती किया गया था तो उनकी सलामती के लिए भाजपा मुख्यालय में दस मौलवियों ने इस्लाम धर्म की पवित्र किताब 'कुरान' का पाठ किया था। राज्य के आर्कबिशप फिलिप नेरी फेराओ ने भी कैथोलिक समुदाय से उनके लिए प्रार्थना करने की अपील की थी।
पर्रिकर की छवि हमेशा ही बहुत सरल और सामान्य व्यक्ति की रही
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के तौर पर शुरुआत कर गोवा के मुख्यमंत्री और देश के रक्षा मंत्री बनने वाले पर्रिकर की छवि हमेशा ही बहुत सरल और सामान्य व्यक्ति की रही। वह सर्वस्वीकार्य नेता थे। ना सिर्फ भाजपा बल्कि दूसरे दलों के लोग भी उनका मान-सम्मान करते थे। उन्होंने गोवा में भाजपा को मजबूत आधार प्रदान किया। लंबे समय तक कांग्रेस का गढ़ रहने वाले गोवा में क्षेत्रीय संगठनों की पकड़ के बावजूद भाजपा उनके कारण मजबूत हुई।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में करियर शुरू किया
मध्यमर्विगय परिवार में 13 दिसंबर, 1955 में जन्मे पर्रिकर ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में करियर शुरू किया। यहां तक कि आईआईटी बंबई से स्रातक करने के बाद भी वह संघ से जुड़े रहे। सक्रिय राजनीति में पर्रिकर का पदार्पण 1994 में पणजी सीट से भाजपा टिकट पर चुनाव जीतने के साथ हुआ। वह 2014 से 2017 तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की कैबिनेट में रक्षा मंत्री रहे।
पर्रिकर के बेटे राजनीति से दूर
मनोहर पर्रिकर के दो बेटे हैं। उत्पल और अभिजीत। उत्पल अमेरिका की मिशिगन स्टेट यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट हैं। जबकि, अभिजीत बिजनेसमैन हैं। उत्पल की पत्नी उमा सरदेसाई हैं। दोनों की लव मैरिज हुई थी। उमा ने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया से पढ़ाई की है। दोनों का एक बेटा है, जिसका नाम ध्रुव है। कुछ दिनों पहले ही उत्पल ने कहा था कि राजनीतिक पद कड़ी मेहनत से मिलती है। इसे कोई भी पुश्तैनी जागीर समझकर हासिल नहीं कर सकता। दूसरे बेटे अभिजीत बिजनेसमैन हैं। उनकी शादी उनकी पुरानी दोस्त साई से 2013 में हुई। उनकी पत्नी साई फार्मासिस्ट हैं।