पुलवामा हमला: कंधार हाइजैकिंग को अंजाम देने वाले मसूद अजहर के भाई ने दी आतंकी डार को ट्रेनिंग
नई दिल्ली। पुलवामा आतंकी हमले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, इसमें नई-नई बातें सामने आ रही है। अब जो नई जानकारी सामने आ रही है, उसके तहत इस हमले में शामिल सुसाइड बॉम्बर और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी आदिल अहमद डार को ट्रेनिंग, कामरान उर्फ गाजी राशिद ने नहीं दी थी बल्कि जैश सरगना मौलाना मसूद अजहर के भाई ने उसे ट्रेनिंग दी थी। मसूद अजहर के भाई इब्राहिम अजहर का नाम अब इस हमले में सामने आया है। पहले कहा जा रहा था कि गाजी ने डार को हमले के लिए आईईडी की ट्रेनिंग दी थी। 14 फरवरी को पुलवामा में सीआरपीएफ कॉन्वॉय पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच नए सिरे से तनाव पैदा हो गया है।
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कौन है इब्राहिम अजहर
नई जानकारी के मुताबिक कामरान को दक्षिण कश्मीर में जैश का कमांडर बनाया गया था। वह पिछले एक वर्ष से घाटी में सक्रिय था। डार की ट्रेनिंग की सारी प्रक्रिया और पुलवामा हमले की सारी तैयारियां इब्राहिम अजहर की देखरेख में हुई थी। इब्राहिम, मसूद अजहर का भाई और आतंकी मोहम्मद उस्मान का पिता है। उस्मान को 30 अक्टूबर को दक्षिण कश्मीर में हुए एक एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया था। इब्राहिम ने ही साल 1999 में इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट संख्या आईसी-814 को हाइजैक किया और मसूद अजहर की रिहाई कराने में सफलता हासिल की थी।
पाकिस्तान से कश्मीर आया इब्राहिम
इस फ्लाइट में 176 यात्री और 15 क्रू मेंबर्स थे। इसे नेपाल की राजधानी काठमांडू से हाइजैक किया गया था। डार को हमले के लिए इसलिए चुना गया था क्योंकि पुलवामा में जैश के कई बड़े आतंकी मौजूद थे। इन सभी आतंकियों ने डार के नाम का समर्थन किया था। इसके बाद डार को एक्सप्लोसिव से लदी गाड़ी को ड्राइव करने की ट्रेनिंग दी गई थी। इसके अलावा उसे बम को कैसे ब्लास्ट किया जाएगा इसकी ट्रेनिंग भी दी गई थी। इस हमले में शामिल सभी तीनों मास्टरमाइंड को सेना ने पुलवामा में ही हुए एनकाउंटर में ढेर कर दिया था। बताया जा रहा है कि कामरान ने ही सीमा पार से इब्राहिम के कश्मीर तक आने और फिर वापस पाकिस्तान जाने का सारा इंतजाम किया था।
नौ फरवरी को होना था हमला
इसके अलावा कामरान ने हमले के लिए ग्राउंड वर्कर्स और लोकल रिर्सोसेज का भी इंतजाम किया ताकि बम तैयार किया जा सके। इनकी मदद से ही बम बनाने का सामान सीमा पार से लाया जा सका। सूत्रों की मानें तो बम बनाने का सामान लाने के लिए महिलाओं और बच्चों का प्रयोग किया गया था। इब्राहिम अब पाकिस्तान जा चुका है। पहले इस हमले को नौ फरवरी को अंजाम देने की योजना था जिस दिन संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की बरसी होती है। लेकिन बर्फबारी की वजह से उसे टाल दिया गया। कई दिनों तक डिवाइस को पाकिस्तान में मौजूद आईईडी एक्सपर्ट तैयार कर रहे थे।
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