JNU हिंसा: क्राइम ब्रांच ने दिल्ली पुलिस को दी क्लीन चीट, यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसे थे 100 नकाबपोश लोग
JNU हिंसा: क्राइम ब्रांच ने दिल्ली पुलिस को दी क्लीन चीट, यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसे थे 100 नकाबपोश लोग
JNU Violence: जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में इस साल 5 जनवरी को हुई हिंसा (JNU January 5 violence) के मामले में जांच कर रही दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने लोकल पुलिस को क्लीन चिट दे दी है। 5 जनवरी 2020 को लगभग 100 नकाबपोश लोग लाठी-डंडे के साथ यूनिवर्सिटी कैंपस में घुसे थे और चार घंटों तक विश्वविद्यालय के अंदर लाठी और डंडों के साथ उत्पात मचाते रहे थे। जिसमें 36 छात्र, शिक्षक और कर्मचारी घायल हो गए थे। इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस पर लापरवाही के आरोप लगे थे। पुलिस पर आरोप लगाया गया था कि पुलिस जानकर यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर नहीं गई थी। इस मामले पर अब दिल्ली पुलिस ने जवाब दिया है।
पुलिस पर लापरवाही और हिंसा क्यों और किसके द्वारा की गई...इन सभी मुद्दों पर जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने फैक्ट फाइंडिंग कमिटी बनाई थी। केस को दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर किया गया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने किसी की कोई गिरफ्तारी नहीं की है।
हिंसा के वक्त JNU में पुलिस क्यों नहीं गई? पढ़िए क्राइम ब्रांच ने क्या दिया जवाब
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली हिंसा के वक्त उस समय सवाल उठ रहे थे कि आखिर दिल्ली पुलिस परिसर के बाहर ही क्यों खड़ी थी, जब कैंपस के अंदर हिंसा हो रही थी। इसपर क्राइम ब्रांच ने कहा है कि जब जामिया मिलिया इस्लामिया में पुलिस ने कार्रवाई की थी, तो हम पर आरोप लगे थे कि हम बिना अमुमति के जामिया में गए थे। इसलिए जेएनयू में अंदर जाने के लिए हमें यूनिवर्सिटी प्रशासन की इजाजत चाहिए थी। जेएनयू में 5 जनवरी को सुबह 8 बजे से रात तक क्या हुआ, इसपर सभी पुलिसवालों ने एक जैसे बयान दिए हैं।
जामिया हिंसा का पुलिस ने दिया उदाहरण
बता दें कि जामिया मिलिया इस्लामिया में पुलिस कार्रवाई करते हुए कैंपस में घुसी थी। उस वक्त भी पुलिस पर आरोप लगे थे कि उन्होंने लाइब्रेरी के अंदर छात्रों को कथित रूप से पीटा था। इसलिए जेएनयू वाले मामले में पुलिस ने यह सुनिश्चित किया है कि जब उन्होंने दंगाइयों का पीछा करने के लिए जामिया में प्रवेश किया था, तो वे विश्वविद्यालय के अधिकारियों की सहमति के बिना जेएनयू में प्रवेश नहीं कर सकते थे।
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