चीन, रूस और भारत ने एक सुर में आतंकवाद के खिलाफ दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली। चीन में चल रही तीन देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में एक बार फिर से भारत ने आतंकवाद के मुद्दे को उठाया है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने इस दौरान पुलवामा आतंकी हमले का मुद्दा उठाया। उन्होंने साफ किया है कि एलओसी पार वायुसेना की कार्रवाई सैन्य कार्रवाई नहीं है बल्कि आतंकवाद के खिलाफ यह अभियान है। भारत, चीन और रूस के विदेश मंत्रियों के बीच बैठक में साझा बयान जारी किया गया है। बैठक के दौरान तीनों ही देशों ने आतंकवाद के खिलाफ एक साथ मिलकर लड़ने की बात कही है।
तीनों ही देशों के विदेशमंत्रियों की ओर से साझा बयान में एक साथ मिलकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की बात कही। इसमे कहा गया है कि जो लोग भी आतंकी गतिविधियों के लिए जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए और उन्हें सजा मिलनी चाहिए। तीनों ही देश के विदेश मंत्रियों ने किसी भी स्वरूप में आतंकवाद का विरोध किया है। वहीं भारत पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव के बीच चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से दोनों देशों से अपील की गई है कि वह शांति बनाए रखे और क्षेत्र में संयम बरतें।
बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज चीन के दौरे पर हैं और वह यहां चीन और रूस के साझ साझा वार्ता के लिए यहां पहुंची हैं। जिस तरह से चीन ने भारत और पाकिस्तान से शांति बनाए रखने की बात कही थी उसपर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि जहां तक हमारी साझा रणनीति की बात है तो चीन के विदेश मंत्री ने कहा कि हम आतंकवाद को जमीन से खत्म करने के लिए सहयोग करेंगे। स्वराज ने कहा कि तीनों देशों का एकमात्र लक्ष्य सामूहिक लक्ष्य का निर्धारण करना नहीं है, चीन के विदेश मंत्री ने आतंकवाद को लेकर अपना रुख साफ किया है।
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