आर्थिक मोर्चे पर दिखा लॉकडाउन में ढील का असर, अप्रैल-मई के मुकाबले जून में बढ़ा GST कलेक्शन
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था की रफ्तार बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही मोदी सरकार को आर्थिक मोर्चे पर बड़ी राहत मिली है। लॉकडाउन में ढील के बाद देश में आर्थिक गितिविधियों में तेजी आने से वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) कलेक्शन में भी बढ़ोतरी हुई है। जून महीने में जीएसटी संग्रह 90917 करोड़ रुपए रहा, हालांकि पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में यह 91 फीसदी ही है लेकिन कोरोना काल में यह अप्रैल और मई के मुकाबले काफी अधिक है। बता दें कि साल 2020 की पहली तिमाही में जीएसटी कलेक्शन पिछले वर्ष की तुलना में 59 प्रतिशत रहा है।
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केंद्रीय वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक जून में इकट्ठा किया गया कुल जीएसटी कलेक्शन 90917 करोड़ रुपए रहा। इसमें केंद्रीय जीएसटी 18980 करोड़ रुपए, एकीकृत जीएसटी 40302 करोड़ रुपए और राज्य जीएसटी 23970 करोड़ रुपए का है। वहीं, सरकार को उपकर के रूप में जून महीने में कुल 7665 करोड़ रुपए मिले। सरकारी आंकड़ों में बताया गया है कि इस महीने रेगुलर सेटलमेंट के रूप में 13325 करोड़ रुपए सीजीएसटी और 11117 करोड़ रुपए एसजीएसटी के रूप में सेटल किए हैं।
एसएमएस
के
जरिए
अब
आप
भर
सकेंगे
जीएसटी
रिटर्न
कोरोना
काल
में
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र
मोदी
की
सरकार
ने
मोदी
ने
टैक्स
भरने
वालों
को
राहत
देने
के
लिए
नई
सुविधा
उपलब्ध
करवाने
का
फैसला
लिया
है।
इस
नई
सुविधा
के
अंतर्गत
अब
आप
मासिक
जीएसटी
रिटर्न
एसएमएस
के
माध्यम
से
भर
सकते
हैं।
लेकिन
ये
सुविधा
सभी
के
लिए
नहीं
होगी
ये
सुविधा
उन्हीं
को
मिलेगी
जिनका
शून्य
जीएसटी
(GST)होगा।
उन्हें
ही
मासिक
रिटर्न
एसएमएस
के
जरिये
जमा
करने
की
सुविधा
मिलेगी।
.वे
करदाता
जो
शून्य
जीएसटी
रिटर्न
भरते
थे
उन्हें
जीएसटीआर-3
बी
(GSTR-3
B)
फॉर्म
भरने
की
जरूरत
नहीं
होगी।
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