Kumbh mela 2019: प्रयागराज में बना नया विश्व रिकॉर्ड, काफिले में एक साथ चलीं 510 बसें
Prayagraj news, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UPSRTC) ने 510 बसों के सबसे लंबे बेड़े को एक ही रूट पर खड़ा किया है जोकि गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हो चुका है। 500 से ज्यादा एक साथ कई किलोमीटर लंबी श्रृंखला में बसों ने रफ्तार भरी तो कुंभ के नाम पर एक विश्व कीर्तिमान दर्ज हुआ। यह रिकॉर्ड एक साथ एक ही शहर में सर्वाधिक बसों के संचालन का है, जो प्रयागराज कुंभ के नाम गिनीज ऑफ बुक में दर्ज किया गया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम को कवर करने के लिए विशेष तौर पर गिनीज बुक के अधिकारी बुधवार को ही प्रयागराज आ गये थे और कुंभ की भव्यता देखने के बाद इस अनोखे विश्व रिकॉर्ड के गवाह बने। इससे पहले एक साथ एक जगह पर सर्वाधिक बसों के चलाने का रिकॉर्ड यूएई के नाम था। यूएई ने एक साथ 390 बसों के संचालन कर यह रिकॉर्ड बनाया था, जिसे कुंभ मेला प्रशासन ने 510 शटल बसों को चलाकर तोड़ा और अपने नाम यह नया विश्व रिकॉर्ड बनाया है।
8.70 किमी की दूरी तक लगी बस की लाइन
भारत में बस संचालन का यह रिकॉर्ड अब लंबे समय तक स्थापित रहने वाला है। क्योंकि जिस तरह से इस रिकॉर्ड को बनाने के लिए विशेष इंतजाम किये गये, वैसे इंतजाम किसी अन्य देश में कर पाना हाल फिलहाल संभव नहीं होगा। इस रिकॉर्ड के दौरान 8.70 किमी की दूरी तक शटल बसों की कतार अद्भुत दृश्य दिखा रही थी। दूर से खींची गयी तस्वीरों में एक किसी बहुत लंबी दीवार के जैसे खूबसूरत दिखाई पड़ रही थी। इस रिकार्ड में सबसे खास बात यह थी कि यह वहीं सभी बसें थी, जिन्होंने बस से सफर करने वाले पूरी दुनिया के पर्यटकों को कुंभ मेला दिखाया। कुंभ मेला क्षेत्र से लेकर देश के अलग अलग हिस्सों से सीधे कुंभ शटल बस के रूप में इनका संचालन किया गया। यह सभी बसें विशेष तौर पर कुंभ मेले के लिए ही बनाई गयी थी और इनका रंग, इन पर हुई पेंटिंग इन बसों को खास व अन्य बसों से अलग बनाती है। अब यही बसे एक साथ, एक रूट पर और एक निश्चित समय, एक समान दूरी में और एक तय रफ्तार में चल कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने में सफल रही हैं।
कहां चलीं बसें
यूपी रोडवेज की ओर से प्रयागराज के सहसों से नवाबगंज के बीच वाराणसी-कानपुर के फोरलेन हाईवे पर 510 शटल बसों का एक साथ संचालन किया गया। सुबह करीब नौ बजे प्रमुख सचिव परिवहन, अनुराधा शुक्ला ने हरी झंडी दिखा कर बसों का रवाना किया। इस दौरान हर एक बस के बीच दस-दस मीटर का अंतराल रहा। रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक डॉ. हरिशचंद्र यादव ने बातया कि यह विश्व में पहला मौका है जब 510 बसें एक साथ कतारबद्ध खड़ी हुई और उसके बाद एक ही रूट पर चलीं।
बना अनोखा विश्व रिकॉर्ड
वहीं, खुशी व्यक्त करते हुये मण्डलायुक्त, प्रयागराज, डॉ. आशीष कुमार गोयल ने कहा कि, बसों का प्रतीकात्मक संचालन कुम्भ मेला में अनुशासित यातायात प्रबन्धन का नमूना है। कुम्भ मेले में 22 करोड़ से अधिक भीड़ को सुरक्षित और सुगम ढंग से वापस भेज देना अपने आप में एक रिकार्ड है। उसी उपलब्धि को एक रिकॉर्ड के तौर पर दर्ज कराकर हमें बेहद खुशी हो रही है। फिलहाल बसों का एक दिव्य काफिला देखने के लिये हजारों लोगों की भीड़ भी हाइवे के किनारे उमड़ी, जिसने भी एक साथ ऐसी कतारबद्ध बसों का संचालन देखा हतप्रभ नजर आया। लोग टकटकी लगाए आखिरी बस को देखने के लिए बेताब नजर आये। लेकिन लोगों को इतनी लंबी लाइन देखने में ही पसीने छूटते रहे। अधिकांश् लोग बस की पूरी कतार को देखने से पहले ही थक कर बैठ गये।
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