Fact Check:क्या सरकार आयुष्मान भारत योजना के तहत हर महीने भेज रही है पैसे? जानें सच
नई दिल्ली। भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी अपने चरम पर है। ऑनलाइन ठगी करने वाले साइबर अपराधी लगातार लोगों को किसी ना किसी बहाने अपने जाल में फंसाकर उनके साथ ठगी कर रहे हैं। अब सोशल मीडिया पर एक ऐसा मैसेज वायरल हो रहे है। जिसमें दिखाया गया है कि, कैसे साइबर अपराधी लोगों को सरकारी योजना के नाम पर मैसेज भेजकर फंसा रहे हैं और उनके पैसों को भी लूट रहे हैं।
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पीआईबी की ओर से एक वायरल मैसेज का फैक्ट चैक किया है। सोशल मीडिया वायरल मैसेज में कहा गया है कि मोदी सरकार 'आयुष योजना' के तहत लोगों को मासिक सैलरी दे रही है। इस मैसेज में 50 हजार रुपए मासिक सैलरी देने की बात कही गयी है। इस मैसेज एक लिंक भी शेयर किया गया है। पीआईबी ने इस वायरल मैसेज पर फैक्ट चेक जारी कर बताया कि, वायरल हो रहा मैसेज फेक है।
वायरल मैसेज में दावा किया जा रहा है कि सरकार द्वारा स्वीकृत "आयुष योजना" के तहत मासिक मौद्रिक क्षतिपूर्ति प्रदान की जा रही है। #PIBFactCheck: यह मैसेज फर्जी है। भारत सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही है। आयुष्मान भारत (पीएम-जय)दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य आश्वासन योजना है, जिसका उद्देश्य प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ़्त इलाज माध्यमिक और तृतीयक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 10.74 करोड़ से भी अधिक गरीब और वंचित परिवारों (या लगभग 50 करोड़ लाभार्थियों को) मुहैया कराना जो भारतीय आबादी का 40% हिस्सा हैं।
केंद्र सरकार ने पीआईबी के माध्यम से कहा, अगर आपको भी कोई ऐसा मैसेज मिलता है तो फिर उसको पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in/ अथवा व्हाट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः [email protected] पर भेज सकते हैं। यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है।
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Fact Check
दावा
सरकार द्वारा स्वीकृत "आयुष योजना" के तहत मासिक मौद्रिक क्षतिपूर्ति प्रदान की जा रही है।
नतीजा
#PIBFactCheck: यह मैसेज फर्जी है। भारत सरकार ऐसी कोई योजना नहीं चला रही है।