आखिर क्यों उत्तर प्रदेश के लोगों के पास हैं सबसे अधिक लाइसेंसी हथियार
लखनऊ। यूं तो हथियारों का लाइसेंस खुद की रक्षा के लिए कुछ अहम परिस्थितियों में लोगों को दिया जाता है। लेकिन उत्तर प्रदेश लाइसेंसी हथियार रखने के मामले में देश का पहला राज्य है। आकंड़ों पर नजर डालें तो उत्तर प्रदेश में कुल 12.77 लाख लोगों के पास लाइसेंसी हथियार हैं। यही नहीं अकेले राजधानी लखनऊ में 56 हजार लोगों के पास लाइसेंसी हथियार हैं। यह आंकड़ा इसलिए भी चौकाने वाला है क्योंकि आतंकवाद से सबसे ज्यादा प्रभावित जम्मू कश्मीर में भी इतने लोगों के पास लाइसेंसी हथियार नहीं हैं जितने अकेले उत्तर प्रदेश में लोगों के पास हैं।
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जम्मू कश्मीर दूसरे नंबर पर
जम्मू
कश्मीर
में
कुल
2.69
लाख
लोगों
के
पास
लाइसेंसी
हथियार
हैं,
गृह
विभाग
द्वारा
31
दिसंबर
2016
में
यह
आंकड़ा
जारी
किया
गया
ह,
जिसके
अनुसार
देशभर
में
कुल
33
लाख
69
हजार
444
लोगों
के
पास
लाइसेंसी
हथियार
हैं।
ऐसे
में
देशभर
में
जितने
लाइसेंसी
हथियार
हैं
उसका
तकरकीबन
एक
तिहाई
अकेले
उत्तर
प्रदेश
में
लोगों
के
पास
है,
जो
एक
बड़ा
सवाल
खड़ा
करती
है।
कई हादसे हो चुके हैं
अक्सर
लाइसेंसी
हथियार
के
द्वारा
की
जाने
वाली
हर्ष
फायरिंग
में
लोग
अपनी
जान
गंवा
देते
हैं।
पिछले
10
साल
के
आंकड़ों
पर
नजर
डालें
तो
100
से
अधिक
हर्ष
फायरिंग
में
कई
दुर्घटनाएं
हुई
हैं
जिसमें
कई
लोगों
की
या
तो
जान
चली
गई
है
और
बुरी
तरह
से
घायल
हुए
हैं।
इसके
अलावा
लाइसेंसी
हथियारी
से
आत्महत्या
करने
के
मामले
में
भी
सामने
आए
हैं।
पिछले
पांस
सालों
में
56
लोगों
ने
आत्महत्या
कर
ली
है।
पुलिस
विभाग
के
आंकड़ों
के
अनुसार
लाइसेंसी
हथियार
से
हर्ष
फायरिंग,
आत्महत्या
की
कुल
350
घटनाएं
हो
चुकी
हैं।
हाई कोर्ट ने लगा रखी है रोक
उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक लाइसेंसी हथियार हैं, उत्तर प्रदेश में हथियार रखने का काफी शौक है, यूपी में हथियार रखने वाले सबसे अधिक 30 वर्ष से कम उम्र के लोग हैं। लाइसेंस लेने के लिए डीएम ऑफिस में फॉर्म ए मिलता है, जिसे भरकर तमाम दस्तावेजों के साथ जमा करना होता है, जिसके बाद डीएम, डिप्टी कमिश्नर इसपर अपनी अनुमति देते हैं, जिसके बाद लोगों को लाइसेंस दिया जाता है। हालांकि अभी हाई कोर्ट ने लाइसेंस देने पर रोक लगा रखी है।