बाड़मेर NHM अधिकारी हैकिंग का शिकार, व्हाट्सएप पर ऐसे मैसेज कर लोगों से जमा करवाए एक लाख रुपए
बाड़मेर। राजस्थान के बाड़मेर में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक हैकिंग का शिकार होने का मामला सामने आया है। हैकर ने न केवल उनकी डीपी इस्तेमाल करके फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाया बल्कि उनके जान-पहचान के लोगों से अपने बैंक खाते में एक लाख से ज्यादा रुपए भी जमा करवा लिए। बाड़मेर पुलिस की साइबर सेल ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पांच हजार रुपए जमा हुए तब पता चला
बाड़मेर जिले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सचिन भार्गव ने बताया कि उसके पास मैसेज आया कि उनके बैंक खाते में पांच हजार रुपए जमा हुए हैं। जबकि सचिन ने किसी को रुपए जमा करवाने के लिए नहीं बोला। ऐसा मैसेज देख उसका माथा ठनक गया। फिर पता चला कि वो रुपए बाड़मेर के कमांडो नरेश मीणा ने जमा करवाए थे।
कमांडो से हकीकत सुन उड़े होश
सचिन भार्गव ने कमांडो नरेश मीणा से रुपए जमा करवाने के संबंध में बात की तो पता चला कि नरेश के पास व्हाट्सएप पर अनजान नंबर से मैसेज आया था। व्हाट्सएप पर डीपी सचिन भार्गव की लगी हुई थी। उसने मैसेज किया कि वो बाहर है उसे रुपए की सख्त जरूरत है। जरूरत के संबंध में पूछने पर बताया कि एक दोस्त का एक्सीडेंट हो गया। उसका एसएमएस अस्पताल जयपुर में इलाज के लिए रुपए चाहिए। शाम पांच बजे वापस कर देगा। मदद की सोचकर कमांडो नरेश ने उसके खाते में पांच हजार रुपए डलवा दिए।
व्हाट्सएप ग्रुप पर मैसेज डालकर किया सचेत
कमांडो नरेश से इस तरह बात सुनकर सचिन भार्गव के होश उड़ गए। उन्हें किसी साइबर ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने तुरंत बाड़मेर के लोकल व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक पर इस तरह की सूचना अपडेट की कि उनका फोन हैक हो गया है और उनके नाम से कोई व्हाट्सएप पर रुपए की मांग कर रहा है, मगर तब तक कई लोग पैसे जमा करवा चुके थे। फिर उसके बैंक खाते से हैकर ने रुपए निकाल लिए।
बाड़मेर एसपी से की शिकायत
सचिन भार्गव ने गुरुवार दोपहर को बाड़मेर एसपी शरद चौधरी से मुलाकात की और उन्हें पूरे घटनाक्रम के बारे में बताया। एसपी चौधरी के अनुसार यह गंभीर मामला है। लोगों को सचेत रहना चाहिए। सचिन भार्गव की शिकायत पर बाड़मेर कोतवाली में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर साइबर टीम को जांच के निर्देश दिए गए हैं।
हनुमानगढ़ पीएमओ भी हुए शिकार
बाड़मेर जिले राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सचिन भार्गव ने बताया कि उनकी तरह हनुमानगढ़ के पीएमओ भी हैकर का शिकार हुए हैं। व्हाट्सएप पर पीएमओ के नाम से भी लोगों को मदद के लिए रुपए मांगने के मैसेज आ रहे हैं। यह सब कौन कर रहा है। इसका अभी पता नहीं चल पाया।
ऐसे बचें हैकिंग से
झुंझुनूं निवासी साइबर एक्सपर्ट राजशेखर राजहरिया बताते हैं कि सचिन भार्गव का मामला व्हाट्सएप हैकिंग की बजाय मोबाइल फोन हैक होने का लग रहा है। ऐसा तब होता है कि जब हम कोई अनजान लिंक को खोलते या किसी अन्य वेबसाइट पर सर्चिंग के दौरान कॉन्टेक्ट लिस्ट एक्सेस करने की अनुमति दे देते हैं। बैंक खाता नम्बर मोबाइल सेव करके रखने से भी उनके हैक होने की आशंका अधिक होती है।
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