जब तेज आवाज़ से गूंज उठा आकाश, थर्रा उठे घर में सो रहे लोग
लंदन और ब्रिटेन के उत्तरी इलाक़े में रात को लोग चैन से घरों के भीतर सो रहे थे. लेकिन सवेरे तड़के तेज़ सॉनिक बूम के कारण उनकी नींद खुल गई. इस इलाक़े के लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि स्थानीय समयानुसार सवेरे 4.20 बजे उन्हें आसमान में एक "तेज़ धमाका" सुनाई दिया, ज़मीन पर बने उनके घरों की दीवारें थर्राने लगीं और
लंदन और ब्रिटेन के उत्तरी इलाक़े में रात को लोग चैन से घरों के भीतर सो रहे थे. लेकिन सवेरे तड़के तेज़ सॉनिक बूम के कारण उनकी नींद खुल गई.
इस इलाक़े के लोगों ने सोशल मीडिया पर लिखा कि स्थानीय समयानुसार सवेरे 4.20 बजे उन्हें आसमान में एक "तेज़ धमाका" सुनाई दिया, ज़मीन पर बने उनके घरों की दीवारें थर्राने लगीं और इसके ठीक थोड़ी देर बाद सड़कों से पुलिस की गाड़ियों के सायरन की आवाज़ें आने लगीं.
तेज़ धमाके की ये आवाज़ रॉयल एयर फोर्स के दो टाएफ़ून विमानों की थीं जिन्होंने लिंकनशायर के कॉनिंग्स्बी से उड़ान भरी थी. उन दोनों विमानों को वायु क्षेत्र में आए एक दूसरे विमान की टोह लेने और उसकी मदद करने के लिए भेजा गया था.
इन दो विमानों के सॉनिक बूम को पूरे लंदन, हर्टफोर्डशायर और बेडफोर्डशायर में सुना गया.
कुछ देर बाद लंदन की मेट्रोपोलिटन पुलिस ने इस बात की पुष्टि की कि ये आवाज़ रॉयल एयर फोर्स के विमान की थी जो आवाज़ की गति से अधिक तेज़ी से उड़ान भर रहा था.
इन विमानों को केवल आपात स्थिति में ही आवाज़ की गति से अधिक तेज़ी से उड़ने की इजाज़त होती है. और अक्सर अनजान विमान का पीछा करने की स्थिति में इन्हें इस तरह की इजाज़त दी जाती है.
बिगड़े विमान की खोज में थे टाएफ़ून
रॉयल एयर फोर्स की एक प्रवक्ता ने बताया,"ब्रिटेन के वायु क्षेत्र में एक विमान का संपर्क दूसरों से टूट गया था, जिसके बाद क्विक रीएक्शन अलर्ट के तहत सवेरे एयर फोर्स के टायफ़ून विमान का इस्तेमाल किया गया. आसमान में उस विमान का पता लगा कर उसके साथ दोबारा संपर्क दुरुस्त कर लिया गया है."
प्रवक्ता ने बताया कि अपना काम ख़त्म कर टाएफ़ून वापिस अड्डे में लौट चुके हैं.
रॉयल एयर फोर्स के विमानों की गतिविधि पर नज़र रखने वाले मिल रडार ने सोशल मीडिया पर लिखा कि "संपर्क खो चुके एक विमान को खोजने के लिए सवेरे 4.00 बजे एयर फोर्स के टाएफ़ून विमानों को भेजा गया था."
जिस विमान का संपर्क सभी से टूट गया था उसके पायलट का कहना है कि विमान जर्मनी के ऊपर से होते हुए अमरीका जा रहा था ेकिन इसमें तकनीकी समस्या आ गई.
पायलट का कहना है कि लड़ाकू विमानों को नज़दीक आता देख कर वो घबरा गए थे. हालांकि रॉयल एयर फोर्स के तुरंत कदम उठाने और मदद करने के लिए वो उनकी प्रशंसा करते हैं.
स्टीवन गोर्डियानो ने बबीसी से कहा, "हमें ये जानने में 10 मिनट लग गए गए कि विमान के रेडियो में कुछ गड़बड़ी है. लेकिन फिर 10 मिनट में इसे दुरुस्त कर दिया गया."
लंदन के लोगों ने सुनी आवाज़ें
हर्टफोर्डशायर में रहने वाली जैनेट ने बीबीसी को बताया कि सवेरे 4.17 पर उन्हें धमाका सुनाई दिया और महसूस हुआ कि उनका घर कांप रहा है. वो कहती हैं कि उन्हें लगा कि शायद कोई बॉयलर फट गया है या फिर उनके घर के ऊपर कोई पेड़ गिर गया है.
वो कहती हैं "मैं दौड़ कर नीचे उतरी और देखने लगी कि कहीं दीवार या छत पर कोई दरार तो नहीं है. उन्हें कहीं दीवार टूटने या फिर पास में किसी दुर्घटना के निशान भी नहीं मिले"
किरन तोपन ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया और लिखा कि उन्हें उत्तर पश्चिम लंदन में आसामान में धमाके सुनाई दिए.
क्यों सुनाई देते हैं सॉनिक बूम?
लैन्केस्टर यूनिवर्सिटी के डॉक्टर जिम वाइल्ड बताते हैं कि जब कोई विमान आवाज़ की गति यानी 1236 किलोमीटर प्रति घंटे की गति तक पहुंचता है तो उस स्थिति में विमान के सामने की हवा के पास जाने को कोई और रास्ता नहीं होता. ये हवा विमान के सामने के हिस्से पर ज़बरदस्त दबाव बनाते हैं.
इसके बाद ये हवा लहरों की तरह चारों ओर बंटने लगती है और विमान के बीच से गुज़रने के लिए जगह बनाती है. इसी प्रक्रिया में एक तेज़ का धमाका होता है जिसके सॉनिक बूम कहते हैं. इस सॉनिक बूम की गूंज धरती पर सैंकड़ों किलोमीटर तक सुनाई देती है.
हवा की ये लहरें बनती रहती हैं और विमान के साथ ही चलती रहती हैं, इस कारण इसे धरती पर एक बड़े हिस्से में स्पष्ट सुना जा सकता है.