अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा सीरिया से वापस बुलाएंगे सेनाओं को,तो क्या अमेरिका ने मानी हार?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को सीरिया पर एक अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सीरिया से जल्द ही अमेरिकी सेनाओं को वापस बुलाया जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया है कि अमेरिका मिडिल ईस्ट में चल रही जंग में अब तक सात ट्रिलियन डॉलर बर्बाद कर चुका है।
वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को सीरिया पर एक अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि सीरिया से जल्द ही अमेरिकी सेनाओं को वापस बुलाया जाएगा। उन्होंने इस बात पर भी अफसोस जताया है कि अमेरिका मिडिल ईस्ट में चल रही जंग में अब तक सात ट्रिलियन डॉलर बर्बाद कर चुका है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका ने सीरिया में आईएसआईएस के कब्जे वाली सीमाओं को आजाद कराने के लिए अपने सभी संसाधनों का प्रयोग किया। उन्होंने कहा, 'हम आईएसआईएस को हराने की पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन हम जल्द ही सीरिया से बाहर आ रहे हैं और बहुत जल्द।'
बिना मकसद से खर्च किए अरबों डॉलर
डोनाल्ड ट्रंप ओहायो में इंफ्रास्ट्रक्चर पर भाषण दे रहे थे और यहीं पर उन्होंने यह बात कही है। उन्होंने कहा, 'बहुत जल्द हम बाहर होंगे। हम आईएसआईएस से 100 प्रतिशत तक उनकी जमीन को वापस भी लेंगे। लेकिन हम सीरिया से बाहर आएंगे। सेनाएं जहां की हैं वहां पर वापस आएंगी न कि उस सरजमीं पर रहेंगी जो उनकी है ही नहीं।' ट्रंप ने आगे कहा कि मिडिल ईस्ट में अब तक अमेरिका सात ट्रिलियन डॉलर की रकम जंग में बर्बाद कर चुका है। हमने स्कूल बनवाएं लेकिन आतंकियों ने उसे नष्ट कर दिया, हमनें फिर से तैयार करवाया और फिर से उसे नष्ट कर दिया गया। हम फिर से स्कूल तैयार किया और अभी तक वे इसे नष्ट नहीं कर पाएं हैं लेकिन वह जल्द ही इसे नष्ट कर देंगे। अगर हम ओहायो में स्कूल की खिड़की ठीक तैयार करने के लिए रकम चाहते हैं तो वह आपको नहीं मिलेगी और न ही पेंसिलवेनिया में स्कूल तैयार करने के लिए मिलेगी। हम सात ट्रिलियन डॉलर बर्बाद कर चुके हैं और वह भी बिना किसी मकसद के।
तेल की वजह से अमीर होता आईएसआईएस
ट्रंप ने मीडिल ईस्ट में जारी तेल की राजनीति के बारे में भी बातें कीं। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से कहता था कि एक नागरिक के तौर पर तेल रखें लेकिन हमने कभी नहीं रखा। आज अगर तेल हमारे पास होता तो हम शायद बेहतर स्थिति में होते और आईएसआईएस नहीं होता क्योंकि आप जानते हैं कि सबसे ज्यादा तेल किसके पास है? आईएसआईएस। इसके दम पर ही वह खुद को फंड कर रहे हैं। उन्होंने तेल रख लिया और हम मूर्ख बन गए और इस तेल को नहीं रख पाए। इसका ही नतीजा है कि आज अमेरिका के पास इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी पैसा नहीं है। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को अपनी सेनाओं के लिए लड़ना पड़ रहा है लेकिन वह फिर से मजबूत होंगे और इसमें ज्यादा समय नहीं लगेगा। डोनाल्ड ट्रंप ने जानकारी दी कि उन्होंने रिपब्लिकंस और डेमोक्रेट्स से कांग्रेस में अपील की है कि वे एक साथ आएं। वे साथ आकर आधी सदी के लिए सबसे बड़े और साहसी इंफ्रास्ट्रक्चर प्लान के लिए संगठित हों।
आईएसआईएस को हराएगा अमेरिका
इससे पहले रक्षा विभाग की प्रवक्ता डान व्हाइट ने कहा कि संगठन सेनाओं ने आईएसआईएस को वाकई कमजोर कर दिया है। अब सबसे अहम काम बचा है और वह है आतंकियों को अंतिम शिकस्त देना। उन्होंने कहा कि आईएसआईएस दुनिया भर में आतंकी हमले कर रहा है और ऐसे में हमारा मकसद है कि हम इस संगठन को पूरी तरह से नष्ट कर दें। उनका कहना था कि जब तक आईएसआईएस रहेगा दुनिया में मौतों और तबाही का सिलसिला जारी रहेगा। लेकिन हम आईएसआईएस को कमजोर करते रहेंगे, नष्ट करते रहेंगे और अंत में उसे हरा कर ही दम लेंगे।
सीरिया के लिए बताया रूस को जिम्मेदार
एक और अलग प्रेस कांफ्रेस में अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से रूस पर आरोप लगाया गया कि रूस, सीरिया में मदद करने के लिए कुछ नहीं कर रहा है। विदेश विभाग के प्रवक्ता हीथर न्यूएर्ट ने कहा, 'रूस इस समस्या की सबसे बड़ी जड़ है और उसकी वजह से हजारों मासूम नागरिकों की मौत हो गई है और रोज मासूम लोग मर रहे हैं। सीरिया के घौटा से आने वाले वीडियो में दुनिया ने सच्चाई देखी है।' उन्होंने कहा कि सीरिया में जो कुछ हो रहा है रूस उसके लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार है। रूस की वजह से राष्ट्रपति बशर अल-असद को और ताकत मिल रही है और वह अपने ही लोगों को मारने में समर्थ हो पा रहे हैं। विदेश विभाग ने रूस के अलावा ईरान को भी इसका दोषी ठहराया।