रूस और सऊदी अरब में ऐसी क्या बातचीत हुई जो बढ़ने लगे तेल के भाव
सिंगापुर। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से निपटने को लेकर रूस और सऊदी अरब के बीच हुई बातचीत के बाद अचानक ही कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होना शुरू हो गई है। पर अभी यह सामने नहीं आई है कि दोनों देशों ने कच्चे तेल की कीमत कम होने के चलते क्या बातचीत हुई है।
तेल का उत्पादन घटाने पर फैसला नहीं किया
सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री खालिद अल-फालिह और रूस के मंत्री एलेक्जेंडर नोवाक ने तेल की कम कीमतों से निपटने के लिए साथ मिलकर काम करने का फैसला किया है। पर अभी दोनों ही देशों ने तेल का उत्पादन घटाने पर फैसला नहीं किया है।
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जी20 देशों की बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच हुई बातचीत में यह कहा गया कि दोनों ही देश तेल के उत्पादन को लेकर साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं। साथ ही दोनों देशों ने संयुक्त रूप से एक ज्वाइंट मॉनीटरिंग ग्रुप बनाने का भी फैसला किया है। यह समूह तेल की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव का अध्ययन करेगा।
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रूस तीन सप्ताह बाद ओेपेक देशों के समूह में शामिल होगा
मीडिया में इस बयान के आने के बाद ही सोमवार को कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। इसके बाद कच्चे तेल की कीमत 45.28 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर 47.68 डॉलर प्रति बैरल हो गई।
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दोनों ही देशों की तरफ से यह बयान तब आया है जब रूस तीन सप्ताह बाद ओेपेक देशों के समूह में शामिल होगा। सउदी अरब पिछले दो साल से कच्चे तेल की कीमत कम होने के चलते अपनी अर्थव्यवस्था को संभाल नहीं पा रहा है। तीन सप्ताह बाद होने वाली ओपेक देशों की बैठक में कुछ और निर्णय हो सकते हैं।