देश के नए चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने संभाला पदभार, जानिए इनके बारे में खास बातें
नई दिल्ली। देश के नए चुनाव आयुक्त (इलेक्शन कमिश्नर) राजीव कुमार ने मंगलवार को अपना कार्यभार संभाल लिया है। 21 अगस्त को पूर्व वित्त सचिव राजीव कुमार को अशोक लवासा के स्थान पर नया चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया था। वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार की रात अधिसूचना जारी कर यह जानकारी दी थी। जिम्मेदारी मिलने के करीब 10 दिन बाद आज राजीव कुमार ने पदभार ग्रहण किया। लवासा एशियाई विकास बैंक के उपाध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं।
बता दें कि राजीव कुमार झारखंड कैडर के 1984 बैच के सेवानिवृत्त IAS अधिकारी है, चुनाव आयुक्त के रूप में उनका कार्यकाल पांच साल का होगा। कुमार साल 2025 में इस पद से सेवानिवृत होंगे। उन्होंने पिछले साल जुलाई महीने में वित्त सचिव का कार्यभार संभाला था और इस साल मार्च तक इस पद पर थे। सुनील अरोड़ा भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त हैं। राजीव कुमार के अलावा दूसरे चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा हैं। राजीव कुमार के पास सार्वजनिक नीति और प्रशासनिक क्षेत्र का 30 साल से ज्यादा का अनुभव है। ऐसा भी माना जा रहा है कि वह साल 2024 में होने वाले अगले लोकसभा चुनाव के समय मुख्य चुनाव आयुक्त हो सकते हैं।
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राजीव कुमार ने 36 से अधिक वर्षों की सेवा के दौरान केंद्र और बिहार-झारखंड राज्य कैडर में विभिन्न मंत्रालयों में काम किया। राजीव कुमार इस साल फरवरी में केंद्रीय वित्त सचिव के पद से सेवानिवृत्त हुए और उन्हें 29 अप्रैल को सार्वजनिक उद्यम चयन बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। बता दें कि अशोक लवासा साल 2019 में लोकसभा चुनाव के समय सुर्खियों में आए थे जब चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को क्लिनचीट देने को लेकर उन्होंने भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के समक्ष असहमति का नोट दिया था।