मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक में बोले मोदी- मजदूरों की घर जाने की इच्छा स्वाभाविक, कोरोना साथ ना जाए ये रखना होगा ध्यान
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना संकट को लेकर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर रहे हैं। पीएम और मुख्यमंत्रियों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ये बैठक हो रही है । देश में कोरोना वायरस फैलने और लॉकडाउन लगाए जाने के बाद बीते पीएम की मुख्यमंत्रियों के साथ ये पांचवी बैठक है। बैठक में पीएम के साथ वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद हैं। बैठक में कोरोना संकट, लॉकडाउन, अर्थव्यवस्था, मजदूरों की वापसी जैसे मुद्दों पर चर्चा हो रही है।
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बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि अब सरकार को आगे बढ़ने के बारे में सोचना होगा और समग्र दृष्टिकोण के बारे में बात करनी होगी। कोरोना के खिलाफ लड़ाई हमने अच्छे से लडी है, पूरी दुनिया ने इसे सराहा भी है। इस लड़ाई में राज्य सरकारों ने प्रमुख भूमिका निभाई है। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी को समझा है और इस खतरे का मुकाबला करने में अपनी भूमिका निभाई है।
मजदूरों की वापसी पर पीएम ने कहा, हमने जोर देकर कहा कि लोगों को वहीं रहना चाहिए जहां वे हैं। लेकिन यह मानवीय स्वभाव है कि हम घर जाना चाहते हैं और इसलिए हमें अपने कुछ निर्णयों बदलना भी पड़ा है। इसके बावजूद, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह बीमारी गांवों तक ना फैले, यही हमारी बड़ी चुनौती है।
मोदी ने कहा, राज्य मिलकर काम कर रहे हैं। कैबिनेट सचिव, राज्यों के सचिव के साथ लगातार संपर्क में हैं। हमें संतुलित रणनीति के साथ आगे बढ़ना होगा, आप सभी के सुझावों से दिशा-निर्देश निर्धारित होंगे। पीएम मोदी ने सोशल डिस्टेंसिंग पर जोर देते हुए कहा कि कहा कि दो गज की दूरी ढीली हुई तो संकट बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री की मुख्यमंत्रियों के साथ यह बैठक 2 चरणों में है। पहला चरण तीन बजे से हुआ है, जिसमें बातचीत चल रही है। दूसरा चरण एक ब्रेक के बाद शाम 6 बजे से शुरू होगा। इससे साफ है कि बैठक लंबी चलेगी। पिछली बैठक में सारे मुख्यमत्रियों को बोलने का मौका नहीं मिला था। ऐसे में इस दफा ज्यादा समय रखा गया है।
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