ना चाचा- ना भैया, किसी से कोई फर्क नहीं, हमारा मकसद सिर्फ भाजपा को हराना: अखिलेश यादव
लखनऊ। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव की नई पार्टी और अपनी पार्टी के पुराने और अहम साथी रहे राजा भैया के नए दल को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। सोमवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम के बेटे के विवाह समारोह में हिस्सा लेने साकेतनगर पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने कहा कि उन्हें और उनकी पार्टी को उनके चाचा और राजा भैया की नई पार्टी से कोई फर्क नहीं पड़ता, उनका और उनकी पार्टी का मकसद सिर्फ और सिर्फ भाजपा को हराना है।
महागठबंधन को कमजोर समझने की गलती ना करे भाजपा-अखिलेश यादव
यही नहीं महागठबंधन को लेकर भी अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी बार-बार यही सोचती रही कि महागठबंधन कमजोर है और इसी चक्कर में उसने कैराना, गोरखपुर और फूलपुर सीट गंवा दी, उसका खुद को सबसे ताकतवर समझना ही उसकी सबसे बड़ी भूल है।
मायावती को लेकर दिया बड़ा बयान
जबकि मायावती से जुड़े सवाल पर अखिलेश ने कहा कि बसपा मुखिया मायावती अलग चुनाव लड़ना चाहती हैं तो लड़ें, मध्य प्रदेश में हम उनके साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि एमपी में सपा चौथे नंबर की पार्टी है।
पूर्व सीएम ने की शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा की तारीफ
सपा कार्यक्रम में शत्रुघ्न सिन्हा के शामिल होने पर अखिलेश यादव ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा ने लोगों को जगाने की मुहिम छेड़ी है। यह लोकतंत्र के लिए बड़ी बात है। यशवंत सफल वित्तमंत्री और शत्रुघ्न सफल सांसद, मंत्री और कलाकार रहे हैं। उन्हें भी पता है कि सच क्या है और झूठ क्या है, भाजपा तो अपनों की ही कद्र नहीं कर रही है।
भाजपा अपना झूठ छिपा रही है: अखिलेश यादव
आज वो सरदार वल्लभ भाई पटेल की मूर्ति बना रही है, जबकि इतिहास साक्षी है कि गृहमंत्री रहने के दौरान सरदार वल्लभ भाई पटेल ने आरएसएस पर रोक लगाई थी। उसी झूठ को मिटाने के लिए भाजपा आज मूर्ति बनाकर प्रचार कर रही है।