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पिछले 15 सालों में 10 लाख से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला चुका है भूकंप

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बेंगलुरू। जिस तरह से नेपाल में आये भूकंप ने नेपाल में अब तक 2500 लोगों की जान ले ली है। वहीं भारत में भी 50 से भी अधिक लोग मारे जा चुके हैं। लेकिन पिछले 15 साल के आंकड़ों पर नजर डालें तो भूकंप इस धरती की सबसे खौफनाक प्राकृतिक आपदा नजर आती है।

दुनिया में भूकंप के चलते करोड़ों लोगों की अब तक जान जा चुकी है। भूकंप से मरने वाले लोगों के पिछले 15 साल के आंकड़ों पर नजर डाले तो यह आंकड़ा 10 लाख के आंकड़ें को भी पार कर जाता है। वहीं करोड़ों लोगों बेघर हो चुके हैं।

जानिये क्यों आता है प्रलयाकारी भूकंप

आइये नजर डालते हैं पिछले 15 साल के भयावह भूकंपों पर

  • गुजरात के कच्छ में 26 जनवरी 2011 में आये भूकंप में 15500 लोगों की मौत हो गयी थी। गुजरात में आये इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.9 थी। जोकि काफी भयावह थी।
  • 21 मई 2003 को अर्जेलिया में आये भूकंप में 2273 लोगों की मौत हो गयी थी। इस भूकंप में 10243 लोग बुरी तरह घायल हो गये थे, जबकि 1000 लोग लापता हो गये थे। अर्जेलिया में आये भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 5.8 थी।
  • ईरान के बाम सिटी में 26 दिसंबर 2003 को आये भूकंप में 26271 लोगों की मौत हो गयी थी। इस भूकंप ने बास शहर को 70 फीसदी तबाह कर दिया था। इस भूकंप में 2 लाख लोग बेघर हो गये थे।
  • इंडोनेशिया के सुमात्रा में 26 दिसंबर 2004 को आये भूकंप में सबसे ज्यादा तबाही हुई थी। इस भूकंप से आयी सुनामी ने 2 लाख 80 हजार लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। इस भूकंप की रिक्टर स्केल पर तीव्रता 8.9 मैग्नीट्यूड की थी। इस सुनामी ने अकेल इंडोनेशिया में 121219 लोगों की जान ले ली थी। जबकि श्रीलंका में 39000 लोग मारे गये थे। वहीं भारत में 11000 लोग और थाइलैंड में 5313 लोगों की मौत हो गयी थी।
  • 28 मार्च 2005 को सुमात्रा में आये भूकंप ने 1300 लोगों की जान ली थी। इस भूकंप की तीव्रता 8.7 थी।
  • कश्मीर में 8 अक्टूबर 2005 को आये भूकंप ने 86000 लोगों की जान ले ली थी, जबकि 40000 हजार से अधिक लोग घायल हो गये थे। इस भूकंप में भारत के 1000 लोगों की मौत हो गयी थी। इस भूकंप की तीव्रता 7.6 थी।
  • इंडोनेशिया के जावा आइलैंड में 27 मई 2006 को एक बार फिर से आये भीषण भूकंप ने 6234 लोगों की जान ले ली थी, जबकि 20000 लोग घायल हो गये थे। इस भूकंप की तीव्रता 6.2 थी जिसमें 340000 लोग बेघर हो गये थे।
  • पेरू में 15 अगस्त 2007 को आये भूकंप ने 513 लोगो की जान चली गयी थी। इस भूकंप की तीव्रता 8 मापी गयी थी, जिसमें 1090 लोग घायल हो गये थे।
  • चीन के वेंचुआन शहर में 12 मई 2008 को आये भूकंप में 90000 लोगों की जान चली गयी थी। इस भूकंप की तीव्रता 7.8 थी।
  • इंडोनेशिया को भूकंप के चलते सबसे ज्यादा तबाही का सामना करना पड़ा है। 30 सितंबर 2009 को सुमात्रा आइसलैंड में आये भूकंप ने 3000 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। जबकि 4.5 लाख लोग बेघर हो गये थे। इस भूकंप की तीव्रता 7.6 थी जबकि भूकंप के बाद 6.8 मैग्नीट्यूड के झटके दोबारा आये थे।
  • इस सदी की सबसे भीषण तबाही 12 जनवरी 2010 को हैती में आयी थी। हैती में 7.3 मैग्नीट्यूड के भीषण भूकंप में 3 लाख लोगों की जान ले ली थी। इस भूकंप में 10 लाख से ज्यादा लोग बेघर हो गये थे।
English summary
In last 15 year lacs of people have been died across the world of eartquake attack and crores of people are homeless.
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