15 साल बाद मुंबई पुलिस की गिरफ्त में आया ठग मनोज तिवारी, बाथरूम में था छिपा
मुबंई। यह बात लगभग सही ही कही गई है कि कानून के हाथ लंबे होते हैं। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई स्थित जूहू में रहने वाला एक अपराधी 15 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आ ही गया। मामला 51 वर्षीय मनोज तिवारी से जुड़ा है, जिस पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था। तिवारी को पुलिस ने 24 दिसंबर को गिरफ्तार किया। पुलिस से बचने के लिए तिवारी बाथरूम के गंदे कपड़ों के ढेर के बीच छिप हुए थे। इससे पहले तिवारी का इंतजार 7 पुलिसकर्मियों ने 2 घंटे तक उनके बिल्डिंग के समाने किया। आजाद नगर पुलिस स्टेशन के अधिकारी सर्च वारंट के साथ तकरीबन 3 बजे तिवारी के घर के पास पहुंची। बिल्डिंग में पहुंचने के बाद पुलिस टीम ने चौकीदार के जरिए यह पता लगाया कि तिवारी घर में हैं या नहीं। चौकीदार ने इंटरकॉम के जरिए पता लगाया कि तिवारी घर में हैं।
तिवारी आसानी से नहीं मिले
जूहू पुलिस स्टेशन के अधिकारी के अनुसार तिवारी की पत्नी वंदना, जो पेशे से वकील हैं, उन्होंने यह बात मानी कि तिवारी फ्लैट में हैं लेकिन पुलिस को घर के अंदर नहीं जाने दिया। बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस शाम 5 बजे उनके फ्लैट में जा सकी। हालांकि पुलिस को तिवारी आसानी से नहीं मिले।
पत्नी पर भी दर्ज हुई FIR
पुलिस अधिकारी के अनुसार वो तलाशी के दौरान वाशिंग शीन और एक दीवार के बीच खाली जगह में छिपे हुए मिले। उन पर बिना धुले कपड़े रखे थे ताकि वो पकड़ में ना आएं। पुलिस ने इस पूरे घटनाक्रम के बाद तिवारी की पत्नी वंदना पर भी केस दर्ज किया। उन पर पुलिस के काम में बाधा डालने और पति को छिपाने में मदद करने के आरोप में FIR दर्ज की गई है।
अदालत ने दिया था आदेश
डिप्टी कमिश्नर परमजीत सिंह दहिया ने कहा कि तिवारी अब हिरासत में हैं। बता दें कि बीते दिनों अदालत ने उन सभी अभियुक्तों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया है जो अब तक अदालत में हाजिर नहीं हुए थे। पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि ठगी के मामले में तिवारी एक बार भी अदालत में हाजिर नहीं हुए।