पीएनबी फ्रॉड केस: सीबीआई ने फाइल की पहली चार्जशीट, सरकार ने दिया ये आदेश
केंद्र सरकार ने सीबीआई द्वारा चार्जशीट दायर करने के बाद पीएनबी और इलाहाबाद बैंक को उन सभी लोगों को पद से हटाने का आदेश दे दिया है
नई दिल्ली। पीएनबी फ्रॉड केस में CBI ने चार्जशीट फाइल कर दी है। इसी बीच वित्तीय मामलों के सचिव राजीव कुमार ने कहा कि इस मामले में PNB के ED और इलाहाबाद बैंक की MD से जवाब मांगा गया है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों के चार्जशीट में नाम है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुमार के मुताबिक PNB और इलाहाबाद बैंक के बोर्ड से कहा कि इस मामले से जुड़े लोगों से उनके काम वापस ले लिए जाए।
केंद्र सरकार ने सीबीआई द्वारा चार्जशीट दायर करने के बाद पीएनबी और इलाहाबाद बैंक को उन सभी लोगों को पद से हटाने का आदेश दे दिया है, जिनका नाम इस महाघोटाले में सामने आ रहा है। एजेंसी ने पीएनबी के दो कार्यकारी निदेशक के वी ब्रह्मजी राव व संजीव शरन और इंटरनेशनल ऑपरेशन के जीएम नेहाल अहद का नाम भी शामिल किया है।
CBI की ये पहली चार्जशीट 400 करोड़ के फर्जी एलओयू जारी करने पर फाइल की गई है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में PNB की पूर्व MD और CEO उषा अनंतसुब्रमण्यम का नाम लिया है। वो 2016 में बैंक की प्रमुख थीं। उषा अभी इलाहाबाद बैंक की MD और CEO है। चार्जशीट में 12 एलओयू की जानकारी दी गई है। CBI ने इस चार्जशीट में PNB के पूर्व ED ब्रह्माजी राव, सानजी सरन और जीएम नेहल अहत का नाम भी दिया है। आरोप है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने फर्जी एलओयू के जरिए करीब 13500 करोड़ रुपए का घोटाला किया है। लेटर ऑफ इंटेंट एक तरह का क्रेडिट नोट है जिसे बैंक जारी करती है। इसको ग्राहक दूसरे बैंक में दिखाकर एलओयू में लिखी रकम ले सकता है।
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