
Nirav Modi: कौन है नीरव मोदी और कौनसे घोटाले में उसका नाम चर्चा में आया?
Nirav Modi: यूके स्थित लंदन कोर्ट ने नीरव मोदी की समस्याएं बढ़ा दी हैं। दरअसल, भारत सरकार के लिए नीरव मोदी को अब लंदन से मुंबई लाने का सफर बहुत आसान हो गया है। लंदन की एक कोर्ट ने नीरव मोदी की उसे फिर से भारत न भेजने की और भारत में मुकदमे का सामना न करने की एक याचिका को खारिज कर दिया है।
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दो जजों की बेंच ने यह भी कहा कि "हम इस बात से संतुष्ट नहीं हैं कि नीरव मोदी की मानसिक स्थिति और आत्महत्या का जोखिम ऐसा है कि उन्हें प्रत्यर्पित करना अन्यायपूर्ण या अत्याचारी होगा।" नीरव मोदी, भारत के यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में घोटाला करके और पंजाब नेशनल बैंक से लगभग ₹11000 करोड का लोन लेकर भागा था।
कौन है नीरव मोदी?
गुजरात के पालनपुर में 27 फरवरी, 1971 को जन्में नीरव मोदी के पास बेल्जियम की नागरिकता है। हीरा व्यवसायी नीरव मोदी जब 19 वर्ष का था तो अपने अंकल मेहुल चौकसी के साथ काम करने लगा। मेहुल चौकसी पर भी धोखाधड़ी और घोटालों के आरोप है और उसे भी भारतीय जांच एजेंसियां ढूंढ रही हैं। फिलहाल मेहुल ने एंटीगुआ और बरबूडा की नागरिकता ले रखी है। नीरव मोदी को मार्च 2019 में लंदन से गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल लंदन की ही वांडस्वीर्थ जेल में बंद है।
क्या है यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब नेशनल बैंक घोटाला
26 सितंबर 2018 को उच्च न्यायालय में दायर एक याचिका में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने बताया कि नीरव मोदी ने 21 अक्टूबर 2011 और 15 नवंबर 2011 को फायरस्टोन ट्रेडिंग और फायरस्टार डायमंड को दिए गए दो ऋणों की गारंटी दी थी। बाद में, दोनों व्यवसायों ने भुगतान नहीं किया था और इस प्रकार उन पर बैंक का $5.49 मिलियन से अधिक ब्याज का भुगतान बकाया है।
पंजाब नेशनल बैंक ने फरवरी, 2018 में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन को एक शिकायत दायर कराई जिसमें बैंक ने बताया कि नीरव मोदी और उसके साथियों ने पंजाब नेशनल बैंक से 28000 करोड़ की धोखाधड़ी की है।
PNB की इस शिकायत के बाद केंद्रीय जांच एजेंसी ने नीरव मोदी की खोजबीन शुरू कर दी। कई मीडिया खबरों की माने तो नीरव अप्रैल 2018 में हांगकांग में छिपकर रह रहा था, इसलिए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने मोदी पर हांगकांग की एक अदालत में मुकदमा दायर कर दिया। हालाँकि, उसी वर्ष के जून महीने में मोदी के ब्रिटेन में होने की सूचना मिली, जहां उसने शरण के लिए आवेदन किया था। नीरव मोदी ने यह भी दावा किया कि उसकी यह जो हालत है यह एक 'राजनीतिक षड्यंत्र' की वजह से है और कोई 'गलत काम करने से मना करने' के लिए है।
कोर्ट में मुकदमे
नीरव मोदी को अप्रैल 2019 में ब्रिटेन में देखा गया और दावा किया गया कि मोदी यहां पर £8 मिलीयन के एक 3 कमरे के फ्लैट में रह रहा है। इसके बाद भारत सरकार ने रिपोर्ट का जवाब देते हुए कहा कि 'यूके से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का अनुरोध किया गया है'। 20 मार्च, 2019 को नीरव मोदी के खिलाफ वारंट जारी हुआ और उसे लंदन से गिरफ्तार कर लिया गया। 31 मई 2019 के बाद मोदी ने कई बार बेल के लिए अर्जी दी लेकिन उसकी सारी अर्जियों को कोर्ट ने नकार दिया।
यूके की एक अदालत ने 25 फरवरी, 2021 को PNB धोखाधड़ी मामले में मुख्य प्रतिवादी के रूप में मोदी को भारत प्रत्यर्पित करने के भारत सरकार के अनुरोध को स्वीकार कर लिया। 15 अप्रैल को, यूके के गृह सचिव ने भारत लौटने का मार्ग प्रशस्त करते हुए प्रत्यर्पण अनुरोध को मंजूरी दे दी।
मोदी के पास ब्रिटेन के उच्च न्यायालय में फैसले की अपील करने के लिए 14 दिनों का समय था, जो उसने 1 मई को किया और कहा कि 'भारत में मेरे मामले की जांच निष्पक्ष रूप से नही होगी'।
ब्रिटेन के एक उच्च न्यायालय ने 23 जून, 2021 को भारत में अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने के मोदी के अनुरोध को अस्वीकार कर दिया। इसके बाद भी नीरव मोदी ने खुद को बचाने का लगभग 1 साल प्रयास किया लेकिन खुद को बचा नहीं सका। बीच में खबरों में यह भी आया था कि नीरव मोदी एंक्साइटी और डिप्रेशन की समस्या का सामना कर रहा है और उसके लिए उसने कोर्ट में भी अपील की थी कि उसे भारत नहीं भेजा जाए।
नीरव मोदी की संपत्ति
नीरव मोदी का व्यापार कई देशों में फैला हुआ था और भारत से भागने के बाद भी उसके कई स्टोर्स लंदन, दुबई आदि जगहों पर खुले हुए थे। अब इन सभी स्टोर्स पर ताला लग गया है। नीरव मोदी के पास मुंबई में करोड़ों रुपए की भी संपत्तियां है जिसमें आभूषण, पेंटिंग और रियल एस्टेट शामिल हैं। मार्च 2019 में नीरव मोदी के कला संग्रह के लगभग 70 पेंटिंग्स भारतीय आयकर विभाग द्वारा बेची गई जिसकी कुल कीमत £5.2 मिलियन थी। नीरव मोदी के राजस्थान में 4 विंड पावर प्लांट है, जिसमें कर्जत का 60 करोड़ का सोलर पावर प्लांट शामिल है। 8 जून, 2020 को PMLA कोर्ट ने नीरव मोदी की 1400 करोड़ की संपति जब्त करने का आदेश किया।
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