भारत आने से बचने के लिए नीरव मोदी का नया हथकंडा, लंदन कोर्ट में नई अपील कर बताया आत्महत्या का जोखिम
लंदन, 21 जुलाई: पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का मुख्य आरोपी भगोड़ा कारोबारी नीरव मोदी भारत आने से बचने के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहा है। अब उसने ब्रिटेन में प्रत्यर्पण अपील के खिलाफ एक नई याचिका में नया तर्क दिया है। लंदन की एक अदालत में अपील करने गए नीरव मोदी ने कोर्ट से उसे भारत प्रत्यर्पित नहीं करने के लिए कहा। साथ ही बता कि भारत के लिए खुद को आत्मसमर्पण करना आत्मघाती होगा।
भगोड़े हीरा व्यापारी नीरव मोदी ने बुधवार को भारतीय जेलों की खराब स्थिति और अवसाद के 'जोखिम' का हवाला दिया, जो ब्रिटेन में प्रत्यर्पण अपील के खिलाफ एक नई अपील में तर्क के रूप में आत्महत्या का कारण बन सकता है। नीरव के वकील ने कहा कि डॉक्टरों की कमी और भीड़भाड़ के कारण कैदियों को जरूरत पड़ने पर अस्पतालों में पहुंचने में देरी होती है। उन्होंने मोदी के मानसिक स्वास्थ्य जोखिम और आत्महत्या की प्रवृत्ति का भी हवाला दिया, जब उनकी मां की आठ साल की उम्र में आत्महत्या से मौत हो गई थी और मनोवैज्ञानिक परामर्श प्राप्त करने में देरी हुई थी।
भारतीय जेलों की स्थिति बेहद दयनीय
वकील ने कहा कि अगर नीरव मोदी को प्रत्यर्पित किया जाता है तो उनके आत्महत्या के तत्काल जोखिम में होने की आशंका है। उनके वकील ने तर्क दिया कि घटना गंभीर अवसाद को ट्रिगर कर सकती है, जिससे नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि इस कारण से प्रत्यर्पण से इनकार किया जाना चाहिए। भारतीय जेलों में अपनी पसंद के मनोचिकित्सक के साथ परामर्श करने के अपने अधिकार को स्वीकार करते हुए मोदी ने तर्क दिया कि एक जज से उनकी इच्छा के आधार पर अनुमित लेनी होगा। इस वजह से काफी देरी हो सकती है और हालत खराब हो सकती है। उनके वकील ने कहा कि अगर मनोचिकित्सक एक भीड़भाड़ वाली जेल में प्रवेश कर सकता है, तो उसे दवा देने में देरी हो सकती है।
वकील ने कोर्ट में दिए कई तर्क
वकील ने कहा कि मुंबई के आर्थर रोड जेल में कभी भी निजी परामर्श की अनुमति नहीं दी गई है। मोदी के वकील ने एक ऐसे मामले का भी हवाला दिया, जिसमें एक अदालत ने मनोरोगी को महामारी के कारण अनुमति से इनकार कर दिया था। वकील ने कहा कि कोविड-पीड़ित जेल में एक मनोचिकित्सक को दिखाना मुश्किल होगा। मोदी ने अपनी अपील में कहा कि महाराष्ट्र में कोविड के केस बढ़ रहे है और इससे जेल भी प्रभावित हो रहे है। ऐसे में हेल्थ सिस्टम पूरी तरह से ध्वस्त होने के करीब है।
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नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का आदेश
आपको बता दें कि प्रत्यर्पण के खिलाफ नई अपील नीरव मोदी की ओर से यूके उच्च न्यायालय में प्रत्यर्पण अपील के पहले चरण के हारने के लगभग एक महीने बाद आई है। पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाला मामले में इस साल फरवरी में लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने नीरव मोदी के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था। इसके बाद नीरव मोदी ने इसे चुनौती देने के लिए ब्रिटेन के हाईकोर्ट में एक अपील दायर की थी, जिसको भी ब्रिटेन की कोर्ट ने खारिज कर दिया था।