एंटिगुआ वापस लौटने के बाद मेहुल चोकसी ने भारत पर लगाया अपहरण का आरोप
नई दिल्ली, 16 जुलाई। एंटिगुआ और बारबुडा में वापस लौटने के बाद भगोड़े व्यापारी मेहुल चोकसी ने भारतीय एजेंसियों पर किडनैपिंग का आरोप लगाया है। चोकसी ने कहा कि उसके मस्तिष्क पर हमेशा के लिए चोट पहुंची है, इसके लिए भारतीय एजेंसियां जिम्मेदार हैं, जिन्होंने मेरा अपहरण करने की कोशिश की। चोकसी ने कह कि मैं वापस घर आ चुका हूं लेकिन इस यातना ने मेरे शरीर और मनोविज्ञान पर हमेशा के लिए घाव छोड़े हैं, मैं सोच भी नहीं सकता हूं कि मेरे सभी बिजनेस बंद करने के बाद, सभी प्रॉपर्टी को जब्त करने के बाद, भारतीय एजेंसियां मुझे किडनैप करने की कोशिश करेंगी।
चोकसी ने कहा कि मैंने कई बारत भारतीय एजेंसियों से कहा कि वह एंटिगुआ आएं और मुझसे पूछताछ करें क्योंकि मेरी तबीयत खराब है और मैंने यात्रा करने में असमर्थ हूं। मैं हमेशा से भारतीय एजेंसियों के साथ सहयोग करने के लिए तैयार था, लेकिन मेरे साथ अमानवीय व्यवहार किया गया, मुझे किडनैप किया गया, मैंने यह कभी नहीं सोचा था मेरे साथ भारतीय एजेंसियां ऐसा करेंगी। मैं भारत वापस आकर अपने आपको निर्दोष साबित करना चाहता था, लेकिन पिछले 50 दिनों में मेरी मेडिकल कंडीशन और ज्यादा खराब हो गई है। मुझे भारत में अपनी सुरक्षा की भी चिंता है। मुझे नहीं पता कि अब मैं वापस सामान्य स्थिति में लौट पाऊंगा या नहीं।
बता दें कि मेहुल चोकसी 2018 से एंटिगुआ एंड बारबूडा में रह रहा है। भारत से फरार होने के बाद उसने यहीं की नागरिकता ले ली है। पिछले 51 दिन से चोकसी डोमिनिका की जेल में बंद था, उसपर आरोप था कि वह गैर कानूनी तरीके से डोमिनिका में पहुंचा था। सोमवार को मेहुल चोकसी को डोमिनिका कोर्ट ने जमानत दे दी और उसे वापस एंटिगुआ जाने की भी इजाजत दे दी, जहां वह अपना इलाज करा सके।
चोकसी ने 10000 ईस्ट कैरेबियन डॉलर की राशि बतौर जमानत जमा की जोकि भारत में तकरीबन 2.7 लाख रुपए है, इसके बाद वह वापस एंटिगुआ के लिए चार्टर्ड प्लेन से रवाना हुआ, इस दौरान उसने एक नीली रंग की शर्ट और शॉर्ट्स पहन रखा था। जमानत की याचिका के साथ चोकसी ने अपनी सी टी स्कैन की रिपोर्ट भी दिखाई थी, उसके डॉक्टर ने तुरंत उसकी मेडिकल जांच के लिए आने के लिए कहा है। गौर करने वाली बात है कि चोकसी पर भारत में पंजाब नेशनल बैंक के साथ 13500 करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप है।