LeT के निशाने पर हैं हिमाचल में रहने वाले इजरायली नागरिक
संदिग्ध आतंकी से पूछताछ में ये पता चला है कि उसने यूपी में सेना व सरकार के कई ठिकानों के अलावा हिमाचल में कुल्लू के कसोल में बसे इजरायलियों के इलाके की भी रेकी की थी।
शिमला। उत्तर प्रदेश में लश्कर आतंकी की गिरफ्तारी के बाद हिमाचल प्रदेश में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। प्रदेश के धर्मशाला व कसोल में बड़ी तादाद में इस समय इजरायली नागरिक रहते हैं। यहां उनके पास हर आने-जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। जानकारी के मुताबिक हिमाचल में दोनों इजरायली बस्तियां आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के निशाने पर हैं। उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ से राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) व यूपी एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड (एटीएस) द्वारा पकड़े गए लश्कर के एक संदिग्ध आतंकी से पूछताछ में ये बात सामने आई है। संदिग्ध आतंकी से पूछताछ में ये पता चला है कि उसने यूपी में सेना व सरकार के कई ठिकानों के अलावा हिमाचल में कुल्लू के कसोल में बसे इजरायलियों के इलाके की भी रेकी की थी। एनआईए से मिली जानकारी के आधार पर हिमाचल पुलिस की खुफिया एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं।
पकड़े गए आतंकी ने खोला राज
इसका खुलासा होने के बाद कसोल, धर्मकोट व मैक्लोडगंज में भी सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हो गई हैं। हालांकि यहां पहले से ही सुरक्षा कड़ी है, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस भी सुरक्षा इंतजाम पुख्ता कर रही है। हिमाचल में कसौल व धर्मकोट इजरायली नागरिकों के मुख्य केंद्र हैं। बता दें कि मिनी इजरायल के नाम से मशहूर कसोल में कुल्लू पुलिस और सीआईडी के करीब 20 लोगों ने दबिश दी। जंगल, ट्रैक रूट, गेस्ट हाउस समेत अन्य जगहों पर सीआईडी की स्पेशल यूनिट व स्थानीय पुलिस की टीमों ने लगातार रेकी की। पुलिस टीमों ने मणिकर्ण और दूसरी पुलिस चौकियों से भी जानकारी ली है।
2014 में ही पुलिस को इजरायलियों की सुरक्षा बढ़ाने के मिले थे निर्देश
2014 में भी पुलिस को इजरायलियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए निर्देश मिले थे। उस समय भी पुलिस को यहां किसी बड़े खतरे की आहट सुनाई दी थी। इस पूरे इलाके में खासकर इजरायली नागरिकों के ठिकानों और यहां मौजूद उनके धार्मिक केंद्र कबाद हाउस को पुलिस ने कड़े सुरक्षा घेरे में ले लिया था। अब फिर से धर्मकोट में इजरायली नागरिकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा एजेंसियों से लेकर पुलिस अलर्ट हो गई है। यहां आने वाले हर संदिग्ध पर नजर रखी जा रही है। कांगड़ा में 10 साल में ही आतंकी गतिविधियों से लेकर आईएसआई से जुड़े कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
मैक्लोडगंज व धर्मकोट में पुलिस है अलर्ट
धर्मकोट के साथ ही मैक्लोडगंज भी है और यहां तिब्बती सर्वोच्च धर्मगुरु दलाईलामा रहते हैं। साथ ही यहां सेना की मौजूदगी में भी सुरक्षा कड़ी रहती है। ऐसे में अभी तक यहां कोई घटना नहीं हो पाई है लेकिन पुलिस व सुरक्षा एजेंसियां यहां कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहती हैं। इस बारे जब अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. शिव कुमार शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि धर्मशाला का जो धर्मकोट एरिया है। मैक्लोडगंज व धर्मकोट में पुलिस पहले से ही अलर्ट है। उन्होंने कहा कि सिक्युरिटी की दृष्टि से वो इस बात का खुलासा नहीं कर सकते कि कितनी पुलिस लगा रखी है। इतना कह सकते हैं कि जो एरिया डिसक्लोज हुए हैं, उनमें पुलिस विजिलेंस बढ़ा दी गई है।
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