UP में काम नहीं कर रहा बीजेपी का सांप्रदायिक कार्ड, असली मुद्दों पर है लड़ाई : जयंत चौधरी
लखनऊ, 16 जनवरी। उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। 10 फरवरी को यूपी में पहले चरण के लिए मतदान होगा, कुल 7 फेज में वोटिंग कराई जाएगी। चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे के खिलाफ हमलावर मोड में आ गई हैं। इसी क्रम में रविवार को राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी ने भाजपा पर सांप्रदायिक ध्रुवीकरण में शामिल होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि भाजपा एक 'सिंगल गियर-कार' चला रही है जो पीछे की ओर जा रही है।
जयंत चौधरी ने एक कार्यक्रम में जोर देते हुए कहा कि यूपी विधानसभा चुनाव में मुस्लिम विरोधी बयानबाजी काम नहीं करेगी क्योंकि लोग इस तरह की राजनीति से तंग आ चुके हैं। राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) प्रमुख ने कहा कि शासन, नेतृत्व और विकास के मुख्य मुद्दों पर एक भी संबोधन बीजेपी की तरफ से नहीं आया है। जयंत चौधरी ने यह भी कहा कि वह उत्तर प्रदेश में आगामी चुनाव नहीं लड़ेंगे और इसके बजाय प्रचार पर ध्यान केंद्रित करेंगे। बता दें कि 43 वर्षीय जयंत चौधरी की पार्टी ने विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन किया है।
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सपा और रालोद में शामिल होने के लिए मंत्रियों, विधायकों और नेताओं के भाजपा छोड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि टिकट चाहने वाले, मौजूदा विधायक और गठबंधन में शामिल होने वाले राजनीतिक प्रमुख लोग, पार्टी को मिल रहे समर्थन का संकेत है। चौधरी ने कहा, 'सपा-रालोद गठबंधन में शामिल होने के लिए भाजपा छोड़ने वाले नेता जनता की भावना का संकेत हैं और यह भी दर्शाता है कि जब वे सरकार में थे, तब वे खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे थे।' उन्होंने कहा कि भाजपा में विधायक सत्ता में रहते हुए बहुत काम नहीं कर पाए। इसलिए भाजपा के सदस्यों में बहुत नाराजगी है, तो अब जब उन्हें शिफ्ट करने का मौका मिलता है तो वे सबसे पहले पार्टी छोड़ चले जाते हैं।