डेब्यू से पहले मां ने जताई थी मैच देखने की इच्छा, लेकिन हो गई मौत, फिर फूट-फूट कर रोए नसीम शाह
Naseem recalls mother tragic death: नसीम शाह को पाकिस्तान क्रिकेट का भविष्य माना जा रहा है। छोटी सी उम्र में ही उन्होंने अपनी गेंदबाजी से कई बड़े कारनामे को अंजाम दिया है।
Naseem recalls mother tragic death: पाकिस्तान के तेज गेंदबाज नसीम शाह ने बहुत कम समय में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। वह क्रिकेट के मैदान पर गेंद के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल करते दिखाई दे चुके हैं। अफगानिस्तान के खिलाफ एशिया कप में आखिरी दो गेंदों पर लगातार दो छक्के जड़कर उन्होंने अपनी टीम को एक यादगार जीत दिलाई थी। लेकिन नसीम शाह का क्रिकेटर बनने का सफर कतई आसान नहीं था।
पाकिस्तान को मिला कमाल का खिलाड़ी
साल 2019 में नसीम शाह ने पाकिस्तान के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। मौजूदा समय में वह पाकिस्तान की ओर से तीनों ही फॉर्मेट में खेलते हैं। उन्होंने अब तक पाकिस्तान के लिए 14 टेस्ट और 16 टी-20 मैच खेले हैं। इस साल खेले गए वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को फाइनल तक पहुंचाने में उनका बड़ा रोल रहा है। नसीम शाह ने अपनी मां को याद करते हुए कुछ बातों का जिक्र किया है।
16 साल की उम्र में किया था डेब्यू
16 साल की उम्र में नसीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ब्रिस्बेन में अपना डेब्यू किया। इस मैच में उन्होंने डेविड वॉर्नर का विकेट झटकने का काम किया। तीन साल बाद नसीम ने अपने डेब्यू को याद करते हुए कहा कि वह पल मेरे लिए काफी मुश्किल रहा था। दरअसल, डेब्यू मैच से ठीक पहले नसीम शाह की मां दुनिया को अलविदा कह गई थी। नसीम शाह अपनी मां से बेहद क्लोज थे।
नसीम शाह ने मां से कही थी यह बात
स्काई स्पोर्ट्स को दिए एक इंटरव्यू के दौरान नसीम शाह ने कहा कि मैं अपनी मां से काफी क्लोज था। जब मैं 12 साल का था, तब मैंने क्रिकेट की वजह से घर छोड़ दिया था। मैं लाहौर शिफ्ट हो गया। जब मेरा डेब्यू आया, तो मां ने मुझे एक दिन पहले फोन किया और मैंने उनसे कहा कि कल मेरा डेब्यू है। वह टीवी नहीं देखती थी, उन्हें क्रिकेट की समझ नहीं थी। लेकिन मैंने उनसे कहा कि तुम्हें कल मैच देखना चाहिए क्योंकि मैं खेल रहा हूं, मैं टीवी पर लाइव रहूंगा।
मां की मौत के बाद टूट गए थे नसीम
नसीम ने आगे बताया कि उनकी मां डेब्यू को लेकर बहुत खुश थी। उनकी मां ने कहा कि वह खेल देखने के लिए लाहौर आएगी। लेकिन अगले दिन जब मैं उठा तो मैनजमेंट ने मेरे पास आकर कहा कि तुम्हारी मां का निधन हो गया है। इसके बाद मैं डिप्रेशन में चला गया था, मुझे हर जगह मां का चेहरा नजर आता था। मुझे उस दौरान काफी चोटें भी लगी थीं इसलिए यह कठिन समय था। हालांकि मैंने अपने आपको संभाला और क्रिकेट पर ध्यान देना शुरू कर दिया।