J&K: मरणोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित मुदासिर शेख 'बिंदास भाई', एक साथ 3 आतंकियों को किया था ढेर
जम्मू-कश्मीर में तीन आतंकियों को मार गिराने वाले शहीद पुलिसकर्मी 'बिंदास भाई' को मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया है।
Shaurya Chakra to J&K Police Constable Mudasir Sheikh: 74वें गणतंत्र दिवस के मौके पर वीरता पुरस्कारों (Gallantry Awards 2023) का ऐलान किया गया। इस बार जिन साहसी और जाबांज जवानों को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, उसमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के शहीद जवान मुदासिर अहमद शेख का नाम भी शामिल है। इस बार चार मरणोपरांत सहित छह कीर्ति चक्र दिए जाएंगे, जिसमें एक नाम 3 आतंकियों को मार गिराने वाले शहीद पुलिसकर्मी 'बिंदास भाई' को भी मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजा गया।
कश्मीर पुलिस जोन ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए उनकी बहादुरी को याद करते हुए उन्हें सलाम किया। कश्मीर एडीजीपी ने लिखा, "ऐसे नायक के लिए कोई भी सलामी पर्याप्त नहीं है, जो जीवन से बड़ा है और जिसका बलिदान स्वयं मौत को कमजोर करता है। तीन विदेशी आतंकवादियों को मार गिराकर असाधारण बहादुरी दिखाने के लिए शहीद सीटी मुदासिर शेख उर्फ बिंदास को शौर्यचक्र से सम्मानित किया गया। बहादुर को सलाम।"
दूसरे सर्वोच्च वीरता पदक कीर्ति चक्र से सम्मानित
आपको बता दें कि मई 2022 में जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान पुलिसकर्मी मुदसिर शेख उर्फ 'बिंदास भाई' शहीद हो गए थे। पिछले साल 25 मई को उत्तरी कश्मीर जिले में बारामूला के क्रीरी इलाके में सेना के साथ एक ज्वाइंट ऑपरेशन में जम्मू-कश्मीर पुलिस के 32 वर्षीय जवान मुदासिर अहमद शेख भी शामिल थे। जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादियों को मार गिराते हुए उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया था। अपनी वीरतापूर्ण भूमिका के लिए मुदासिर शेख को दूसरे सर्वोच्च वीरता पदक कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया।
उरी के रहने वाले थे बिंदास भाई
जम्मू-कश्मीर पुलिस के इस सहासी जवान ने अपनी जान देने से पहले बारामूला में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों के पूरे के पूरे ग्रुप का सफाया कर दिया था। शेख उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले के उरी के रहने वाले थे। घटना के बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने कहा कि पुलिस और सेना ने आतंकवादियों की गतिविधियों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए क्रीरी में श्रकवारा-नजीभात चौराहे समेत कई जगहों पर संयुक्त विशेष चौकियां स्थापित की थी।
आतंकियों को किया था ढेर
इस दौरान कार में सफर कर रहे आतंकियों के एक समूह ने जब पुलिस पार्टी को देखा तो उन्होंने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों ने जवाबी फायरिंग की, जिससे तीन विदेशी आतंकवादी मारे गए। इस दौरान फायरिंग के दौरान उन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया। बता दें कि 5 अक्टूबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने धारा 370 के निरस्त होने के बाद घाटी की अपनी पहली यात्रा के दौरान शेख के परिवार से मुलाकात की थी। शाह ने शेख के परिवार से मुलाकात की और उनसे बातचीत की थी। उन्होंने कब्रिस्तान भी जाकर शेख के लिए प्रार्थना की थी।
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