स्मृति ईरानी ने की राज्यसभा में विपक्ष के रवैये की निंदा, पूछा- क्या कुर्सी और माइक तोड़ना सही है?
नई दिल्ली। राज्यसभा में आज कृषि बिलों पर चर्चा के दौरान विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। हद तो तब हो गई जब कार्रवाई के दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन उपसभापति के पास पहुंच गए और वेल में घुसकर उन्होंने उपसभापति हरिवंश को सदन की नियमावली दिखाई और कृषि बिल से जुड़े कागज छीनने की कोशिश की। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने इस घटना की घोर निंदा की है। उन्होंने कहा कि उपसभापति की कुर्सी पर जिस तरह का हमला हुआ, वह दुखद घटना है।
गौरतलब है कि रविवार को राज्यसभा में दो कृषि विधेयकों को ध्वनि मत से पारित कर दिया गया। लोकसभा में कृषि बिलों को पहले ही पास किया जा चुका है। रविवार को सदन में विपक्ष की तरफ से जोरदार हंगामा किया गया। बिल पास होने के बाद कुछ सांसदो ने सदन के अंदर ही धरना प्रदर्शन किया। इन घटनाओं की निंदा करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने विपक्ष पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा, उपसभापति की कुर्सी पर जिस तरह का हमला हुआ, वह दुखद घटना है। क्या यह इस देश की राजनीति के लिए उपयुक्त है? क्या कुर्सी तोड़ना और माइक तोड़ना सही है, जिस पर न केवल उपाध्यक्ष बल्कि राष्ट्र के उपाध्यक्ष भी बैठते हैं?
यह भी पढ़ें: विपक्ष ने राज्यसभा के उपसभापति के खिलाफ पेश किया अविश्वास प्रस्ताव, अहमद पटेल ने बताया इतिहास का सबसे 'काला दिन'
राजनाथ
सिंह
बोले-
जो
हुआ
वो
शर्मनाक
एक
प्रेस
कॉन्फ्रेंस
में
राजनाथ
सिंह
ने
कहा,
आज
राज्यसभा
में
कृषि
से
संबंधित
2
विधेयकों
पर
चर्चा
चल
रही
थी
उस
समय
राज्यसभा
में
जो
हुआ
वो
जहां
दुखद
था,
वहीं
दुर्भाग्यपूर्ण
था
और
उससे
भी
आगे
जाकर
मैं
कहना
चाहूंगा
कि
वो
अत्यधिक
शर्मनाक
था।
ये
दोनों
विधेयक
किसान
और
कृषि
जगत
के
लिए
ऐतिहासिक
हैं।
इससे
किसानों
की
आय
बढ़ेगी।
परन्तु
किसानों
के
बीच
गलतफहमी
पैदा
की
जा
रही
है
कि
MSP
खत्म
कर
दी
जाएगी
जबकि
ऐसा
नहीं
है
किसी
भी
सूरत
में
MSP
समाप्त
नहीं
होगा।