संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर तैयारियां तेज, सरकार ने 6 दिसंबर को बुलाई सर्वदलीय बैठक
संसद के शीतकालीन सत्र को लेकर तैयारियां तेज, सरकार ने 6 दिसंबर को बुलाई सर्वदलीय बैठक
Parliament Winter Session 2022: संसद के शीतकालीन सत्र की तैयारियों जोरों पर शुरू हो चुकी है। शीतकाली सत्र से एक दिन पहले 6 दिसंबर को सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा के दोनों सदनां के सभी दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है।
6 दिसंबर को 11 बजे होगी ये सर्वदलीय बैठक
एएनआई न्यूज एजेंसी के अनुसार संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी चर्चा के लिए संसद में लोकसभा और राज्यसभा के फ्लोर नेताओं की ये सर्वदलीय बैठक करेंगे। संसद के शीतकालीन सत्र में उठाए जाने वाले संभावित मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। सर्वदलीय बैठक मंगलवार 6 दिसंबर 2022 को संसद पुस्तकालय भवन, संसद भवन में सुबह 11 बजे आयोजित की जाएगी।
सत्र को शांतिपूर्व चलाने के लिए दोनों सदनों के सदस्यों का सहयोग मांगा
संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपने एक पत्र में लिखा है कि "विधायी कार्य और संसद के आगामी शीतकालीन सत्र में संभावित महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए लोकसभा और राज्यसभा में राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं की बैठक के लिए आपको आमंत्रित करते हुए खुशी हो रही है। संसदीय मंत्री ने दोनों शीतकालीन सत्र को शांतिपूर्व चलाने के लिए दोनों सदनों के सदस्यों का सहयोग मांगा। उन्होंने अपने इस पत्र में कहा मैं दोनों सदनों के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए आपका सहयोग भी चाहता हूं।
7
दिसंबर
से
29
दिसंबर
तक
चलेगा
शीतकालीन
सत्र
संसद
का
शीतकालीन
सत्र
इस
साल
7
दिसंबर
से
29
दिसंबर
तक
आयोजित
किया
जा
रहा
है।
जिसकी
घोषण
पहले
की
जा
चुकी
है।
संसदीय
कार्यमंत्री
द्वारा
दी
गई
सूचना
के
आधार
पर
इस
बार
शीतकालीन
सत्र
में
कुल
17
कार्य
दिवस
होंगे।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का है ये पहला सत्र
संसद का ये पहला सत्र होगा जिसकी उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यसभा के सभापति, उच्च सदन (राज्य सभा) में कार्यवाही करेंगे।
सत्र में सरकार की कई विधेयकों को पारित करने की योजना है
इस शीतलकालीन सत्र में सरकार संसद के आगामी सत्र के दौरान कई विधेयकों को पारित करने की योजना बना रही है। वहीं विपक्ष अन्य अहम मुद्दों पर चर्चा करेगे। सत्र के पहले दिन, सदस्यों द्वारा दिवंगत सदस्यों जिसमें समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव समेत उन नेताओं को श्रृद्धाजंलि दी जएगी जिनकी मृत्यु ने मानसून सत्र के बाद हुई है।
मानसून सत्र में 6 विधेयक पारित हुए थे
गौरतलब है कि संसद का मानसून सत्र 18 जुलाई को शुरू हुआ और 8 अगस्त तक चला था।इस सत्र में 22 दिनों की अवधि में 16 सत्र हुए। सत्र के दौरान लोकसभा में छह विधेयक पेश किए गए। जिसमें सात विधेयक लोकसभा और पांच विधेयक राज्यसभा द्वारा पारित किए गए। एक विधेयक वापस ले लिया गया। सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयकों की कुल संख्या 5 थी।
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