COVID-19:'होम क्वारंटाइन' वालों के हाथ पर सरकार क्यों लगा रही है मुहर ?
नई दिल्ली- देश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मरीज अबतक महाराष्ट्र में सामने आए हैं। वहां अभी 3 विदेशी नागरिकों समेत कुल 39 लोगों में इस वारयस की पुष्टि हो चुकी है, जबकि मुंबई में एक बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया है। इस स्थिति से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने एक नई पहल शुरू की है। राज्य सरकार ऐसे लोगों को 'होम क्वारंटाइन' की सुविधा दे रही है, जिन्हें 14 दिन तक क्वारंटाइन की सलाह दी गई है। लेकिन, ऐसे संदिग्ध मरीज 'होम क्वारंटाइन' का बेजा इस्तेमाल करके दूसरों के जीवन को खतरे में न डाल सकें इसके लिए उनके हाथों पर पक्की स्याही से एक मुहर लगाई जा रही है, जिसमें उनका पूरा ब्योरा दिया जा रहा है।
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'होम क्वारंटाइन' के संदिग्ध मरीजों के हाथ पर मुहर
महाराष्ट्र में डॉक्टर जिन लोगों को 14 दिनों तक खुद से अलग-थलग (होम क्वारंटाइन) रहने की सलाह दे रहे हैं, सोमवार से ऐसे सभी लोगों को वहां उनकी बांयी हाथ पर एक मुहर लगाया जा रहा है। चुनाव में इस्तेमाल होने वाली पक्की स्याही वाले इस मुहर पर उस तारीख का जिक्र होता है, जब तक मरीज को घर पर ही क्वारांटाइन की स्थिति में रहने को कहा जाता है। इस मुहर में 'होम क्वारंटाइन' लिखा रहता है। कोराना वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए हुई बैठक के बाद खुद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बताया कि ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वायरस संदिग्धों में जिम्मेदारी की भावना पैदा हो। उनके मुताबिक 'जिन्हें क्वारंटाइन करने की आवश्यकता है, लेकिन वे अस्पताल या होटल में नहीं रुकना चाहते और घर जाना चाहते हैं, उनमें जिम्मेदारी की भावना होनी जरूरी है। उन्हें बे-रोकटोक इधर-उधर नहीं घूमना चाहिए। उनको क्वारंटाइन का कड़ाई से पालन करना चाहिए।'
621 संदिग्धों को 'होम क्वारंटाइन' की सलाह
महाराष्ट्र में जिन लोगों को 'होम क्वारंटाइन' की सलाह दी जा रही है, वे वैसे लोग हैं, जो विदेशों से लौटे हैं या जो लोग ऐसे लोगों के संपर्क में आए हैं, हालांकि उनमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं दिखाई दे रहे। प्रदेश के पब्लिक हेल्थ मिनिस्टर राजेश टोपे ने सोमवार को बताया कि राज्य में 108 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में क्वारंटाइन किया गया है और 621 लोगों को 'होम क्वारंटाइन' की सलाह दी गई है। उनके मुताबिक, 'जिन लोगों को सेल्प-क्वारंटाइन की सलाह दी जाएगी उन्हें ही यह मुहर लगाया जाएगा, जैसा कि चुनावों में हाथों पर लगाते हैं, इसमें वह तारीख दी रहेगी जबतक उन्हें घर के अंदर ही रहना है। अगर ऐसे लोग बाहर निकलते हैं तो दूसरे लोग उन्हें पहचान जाएंगे कि ये 'होम क्वारंटाइन' किए गए मरीज हैं। ऐसा इसलिए किया गया है कि संदिग्ध मरीज 'होम क्वारंटाइन' का कड़ाई से पालन करें।'
क्वारंटाइन के दौरान सारी सुविधा देने का दावा
उद्धव ठाकरे ने कहा कि बैठक में क्वारंटाइन किए गए मरीजों के अस्पताल से भागने के मामलों पर भी चर्चा कई गई। उन्होंने बताया कि एक मरीज के बारे में कहा जा रहा था को वो भाग गया, लेकिन वह अस्पताल परिसर में ही मिल गया। हमनें लोगों से कहा है कि ऐसे लोगों से अच्छे से बर्ताव करें। यही नहीं इन लोगों को सामाजिक बहिष्कार भी नहीं किया जाना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक कुछ लोगों के मन में डर बैठ जाता है इसीलिए वो भागने की कोशिश करने लगते हैं। उनके मुताबिक, 'ऐसे लोगों को समझाने के अलावा हम लोग उन्हें चाय, नाश्ता, खाना और मनोरंजन के साधन, जिसमें टीवी और अखबार भी है, मुहैया करवा रहे हैं ताकि वो अस्पताल में रहकर भी आराम महसूस करें।'
5-स्टार होटलों में भी हो रहा इंतजाम
इस बीच बीएमसी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास दो 5-स्टार होटलों में भी क्वारंटाइन की सुविधा लेने पर विचार कर रहा है। इसके लिए बीएमसी होटल मिराज और आईटीसी मराठा से बातचीत कर रहा है, ताकि उन होटलों के एक हिस्से को क्वारंटाइन जोन बनाया जा सके। जो यात्री इन होटलों में ही क्वारंटाइन का 14 दिन का वक्त गुजारना चाहेंगे उन्हें यहीं उचित दाम पर कमरे उपलब्ध करवाए जा सकेंगे। कीमत कम करने के संबंध में बीएमसी इन होटल मालिकों से बातचीत कर रहा है।