PM मोदी ने बलरामपुर में मंच से CDS रावत को दी श्रद्धांजलि, बोले- जहां होंगे, देश को आगे बढ़ते देखेंगे
बलरामपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बलरामपुर में एक परियोजना के उद्घाटन के दौरान आज चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि दी। मोदी ने कहा कि जनरल रावत जहां रहेंगे, वहां से देश को आगे बढ़ते देखेंगे। मंच से मोदी बोले, "8 दिसंबर को हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले सभी वीर योद्धाओं के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं। भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का निधन, हर देशभक्त के लिए एक क्षति है। वह बहादुर थे और उन्होंने देश के सशस्त्र बलों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कड़ी मेहनत की, देश इसका गवाह है।"
बलरामपुर के देवीपाटन की मां पाटेश्वरी से प्रार्थना
अस्पताल में मौत से जूझ रहे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को लेकर भी प्रधानमंत्री ने दुआ मांगी। उन्होंने सरयू नहर नेशनल प्रोजेक्ट का लोकार्पण करने के बाद हसुआडोल गांव में लोगों को संबोधित करते हुए कहा, "कैप्टन वरुण सिंह की जान बचाने के लिए डॉक्टर मेहनत कर रहे हैं। मैं मां पाटेश्वरी से उनके स्वस्थ्य होने की कामना करता हूं। देश इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ खड़ा है। जिन बहादुर सैनिकों ने हादसे में जान गंवाई, उनके परिवार के साथ भी भारतवासियों की दुआएं साथ हैं।"
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51 शक्तिपीठों में से एक हैं मां पाटेश्वरी
प्रधानमंत्री ने जिन मां पाटेश्वरी का जिक्र अपने बलरामपुर के भाषण में किया, उनका मंदिर बलरामपुर जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर की दूरी पर तुलसीपुर क्षेत्र में स्थित है। यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में एक है। अपनी मान्यताओं और पौराणिक कथाओं के आधार पर जाने जाने वाले इस शक्तिपीठ का संबंध देवी सती व भगवान शंकर, गोखक्षनाथ के पीठाधीश्वर गुरु गोरक्षनाथ एवं महाभारत काल के दानवीर कर्ण से है।
इन दिनों खूब भीड़ उमड़ रही यहां
हिंदू ही नहीं, गैरहिंदुओं के लिहाज से भी देवीपाटन शक्तिपीठ का अहम स्थान है, चूंकि यह शक्तिपीठ सभी धर्म, जातियों के आस्था का केंद्र है। यहां देश-विदेश से तमाम श्रद्धालु मां पटेश्वरी के दर्शन को आते हैं। लोगों के बीच मान्यता है कि, मां पाटेश्वरी के दरबार में मांगी गई हर मुराद पूर्ण होती है।
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यहां सैकड़ों साल से शक्तिपीठ के गर्भगृह में एक अखण्ड धूना प्रज्जवलित है। कोरोनाकाल के बाद मंदिर में अब भक्तों की खूब भीड़ उमड़ती है।