कल थी डिलीवरी तो पति से जिद कर आई मायके, बेटी समेत खत्म
चूंकि रेनू गर्भवती थी तो कोलकाता में अकेले सबकुछ संभाल पाना मुश्किल था, इसलिए रेनू अक्टूबर में अपने ससुराल भदोही चली आई थी। डॉक्टर ने 2 दिसंबर को डिलीवरी डेट दी तो 11 नवंबर को अनिल भी भदोही आ गया।
इलाहाबाद। इलाहाबाद के सरायममरेज इलाके में एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। तेज रफ्तार डंपर ने गर्भवती महिला और उसकी 2 साल की बेटी को सड़क पार करते समय कुचल दिया। महिला की 2 दिसंबर को डिलीवरी डेट थी, लेकिन घटना स्थल पर मां बेटी समेत गर्भ में पल रहे बच्चे की मौत हो गई। दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर चक्का जाम कर डंफर में तोड़फोड़ की। बवाल की सूचना पर कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची, आक्रोशित लोगों ने लगभग पांच घंटे तक सड़क पर अपना कब्जा बनाए रखा। लंबी जद्दोजहद और मानमनौवल के बाद ग्रामीण शांत हुए तो शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा जा सका। घटना सरायममरेज के सेमरी गांव की है, जहां दोपहर मां बेटी सड़क पार कर रही थी कि हादसे का शिकार हो गईं।
दो दिन बाद होनी थी डिलीवरी
सरायममरेज के सेमरी गांव निवासी बनारसी लाल साहू का मुख्य सड़क के दोनों ओर आमने-सामने घर है। एक घर में मवेशियों की पशुशाला भी है, जबकि दूसरे घर में परिजन रहते हैं। इस समय शाहू की बेटी रेनू (28) घर आई हुई थी। रेनू गर्भवती थी और दो दिन बाद डॉक्टर ने डिलीवरी की डेट दी थी। रेनू दूध लेने के लिए बेटी रानी (2) के साथ सड़क पार कर पिता के पास गौशाला में गई थी और वहीं से दूध हाथ में लेकर वापस सड़क पार करने लगी। इसी दौरान अचानक तेज रफ्तार डंपर आ गई और कुचलते हुए आगे निकल गई।
पति से जिद कर आई थी मायके
रेनू की शादी 2011 में कोलकाता में अनाज की दुकान चलाने वाले भदोही निवासी अनिल के साथ हुई थी। चूंकि रेनू गर्भवती थी तो कोलकाता में अकेले सबकुछ संभाल पाना मुश्किल था, इसलिए रेनू अक्टूबर में अपने ससुराल भदोही चली आई थी। डॉक्टर ने 2 दिसंबर को डिलीवरी डेट दी तो 11 नवंबर को अनिल भी भदोही आ गया। रेनू ने मायके जाने की जिद पकड़ी और 15 नवंबर को मायके आ गई लेकिन उसे क्या पता था उसकी ये जिद उसे और पूरे परिवार को भारी पड़ने वाली है। घटना के बाद मौके पर पहुंचा अनिल, पत्नी की जिद को ही दोष देकर बिलखता रहा।
मुआवजे को लेकर बवाल
दुर्घटना के बाद डंपर चालक पकड़ लिया गया और उसे जमकर पीटा गया। शव रखकर सड़क पर चक्का जाम हुआ और ग्रामीण 25 लाख मुआवजे की मांग पर अड़ गए। स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन भारी भीड़ के आक्रोश से हालात न संभाल सकी। कंट्रोल रूम में सूचना के बाद भारी फोर्स के साथ मौके पर एसपी गंगापार सुनील कुमार पहुंचे और मुआवजे का आश्वासन देकर सभी को शांत कराया, जिसके बाद शव सड़क से हटाया गया और आवागमन सुचारू हो सका।
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