दिग्विजय का सोनिया गांधी के नाम लिखा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल, जानिए क्या है इसकी सचाई
भोपाल। अपने बयानों की वजह से हमेशा चर्चा में बने रहने वाले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का एक पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह पत्र सोनिया गांधी को लिखा गया है। इस पत्र पर दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया आ गई है उन्हेांने कहा कि ये पत्र फर्जी है।
ट्वीटर
पर
कहा-
वाह
क्या
झूठ
है!
दिग्विजय
सिंह
ने
अपने
आॅफिशियल
ट्वीटर
अकाउंट
पर
इस
पत्र
पर
शेयर
करते
हुए
कहा,
वाह
क्या
झूठ
है!
मैंने
तो
कभी
ये
लिखा
ही
नहीं।'
बता
दें
कि
अखिल
भारतीय
कांग्रेस
कमेटी,
24
अकबर
रोड
दिल्ली
के
लिए
प्रेस
किया
गया
ये
पत्र
सोनिया
गांधी
को
लिखा
गया।
इसमें
लिखा
है,
''आदरणीय
सोनिया
गांधी
जी!
अपेक्षा
करता
हूं
कि
आपकी
सेहत
में
पहले
से
बेहतर
सुधार
हुआ
होगा।
जैसा
कि
आपकी
जानकारी
में
होगा
मप्र
में
होने
वाले
विधानसभा
चुनावों
के
लिए
प्रत्याशियों
की
सूची
जारी
की
जाएगी।
मैं
आप
और
राहुल
जी
तक
57
प्रबल
दावेदारों
के
नाम
पहुंचा
रहा
हूं।
ये
लोग
सालों
से
पार्टी
हित
में
काम
किया
है
और
यहां
किसी
भी
अन्य
गुट
से
इनका
नाता
नहीं
है।
आप
इन्हें
इस
बार
भी
मौका
दें।''
वीडियो
भी
हुआ
था
वायरल
खास
बात
ये
है
कि
इस
पत्र
पर
दिग्वजय
के
हस्ताक्षर
भी
नजर
आ
रहे
हैं
और
इसमें
दिग्वजय
द्वारा
पूर्व
में
की
गई
नर्मदा
यात्रा
का
भी
जिक्र
है।
लेकिन
इस
पत्र
पर
दिग्विजय
का
कहना
है
कि
जिस
पत्र
को
मेरे
नाम
और
हस्ताक्षर
के
साथ
दिखाया
जा
रहा
है,
उसे
मैंने
लिखा
ही
नहीं
है।
बता
दें
कि
इससे
पहले
भी
मप्र
पूर्व
मुख्यमंत्री
दिग्विजय
सिंह
का
एक
वीडियो
वायरल
हुआ
था,
जिसमें
वे
यह
कहते
दिख
रहे
थे
कि
पार्टी
को
लगता
है
कि
उनके
बोलने
से
वोट
कटते
हैं।''
हालिया
पत्र
में
इन
बातों
का
भी
है
जिक्र
इस
फर्जी
पत्र
में
वे
57
नाम
विधानसभा
के
लिए
प्रस्तावित
तो
करते
दिख
ही
रहे
हैं
और
स्वयं
चुनाव
नहीं
लड़ने
की
बात
भी
कर
रहे
हैं।
वैसे,
इन
दिनों
मध्य
प्रदेश
विधानसभा
चुनाव
के
लिए
प्रत्याशी
चयन
को
लेकर
कांग्रेस
में
माथापच्ची
चल
रही
है।
दिल्ली
में
सभी
बडे
नेता
इस
पर
विचार
कर
रहे
हैं।
कई
दावेदार
अपने
नेताओं
से
जोर
लगा
रहे
हैं
और
बड़े
नेता
भी
अपने
समर्थक
को
टिकट
दिलाने
पर
अडे
हैं।
कई
सीटों
पर
नेताओं
की
आपसी
सहमति
के
कारण
प्रत्याशी
का
नाम
भी
फाइनल
नहीं
हो
पा
रहे
हैं।
वहीं, दिग्वजय के नाम से जारी इस पत्र में पार्टी में उनकी उपेक्षा का भी जिक्र है। इससे पहले भाजपा नेता के इस्तीफा का पत्र भी वायरल हुआ था। अब दिग्विजय के लेटर हेड पर लिखा पत्र वायरल हुआ है, जो कई सवाल खड़े कर रहा है। नर्मदा पैदल परिक्रमा के बाद प्रदेश में दिग्विजय सिंह का कद बड़ा होने की चर्चा थी, लेकिन उन्होंने स्वयं ही चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया।
भाजपा
ने
दिग्वजय
काल
को
बनाया
मुद्दा
भाजपा
ने
चुनाव
में
दिग्विजय
काल
को
मुद्दा
बनाया
है,
जिसके
चलते
दिग्विजय
सिंह
अधिकतर
कार्यक्रमों
से
दूर
ही
रहे
हैं
और
उनके
ज्यादा
होर्डिंग
पोस्टर
भी
नहीं
मिल
रहे
हैं।
हालांकि
जानकारों
का
कहना
है
कि
पार्टी
की
बैठकों
में
दिग्विजय
की
भूमिका
बनी
हुई
है।
स्क्रीनिंग
कमेटी
की
बैठकों
में
दिग्विजय
बाकायदा
जमे
हुए
हैं।