Modi-Xi meet: शी जिनपिंग के साथ 'अनौपचारिक मुलाकात' पूरी कर भारत पहुंचे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात खत्म करके देश के लिए रवाना हो गए हैं। पीएम गुरुवार देर रात सेंट्रल चाइना के शहर वुहान पहुंचे थे। शुक्रवार और शनिवार को उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से करीब छह मुलाकातें कीं।
वुहान। चीन में अपने दो दिन का दौरा खत्म कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वापस स्वदेश पहुंच गए हैं। भारत पहुंचने पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने एयरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया। चीन के वुहान शहर में पीएम मोदी ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय मुलाकात की। शुक्रवार और शनिवार को उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से करीब छह मुलाकातें कीं। मोदी के चीन दौरे के दूसरे दिन की शुरुआत जिनपिंग के साथ ईस्ट लेक के किनारे मॉर्निंग वॉक के साथ हुई। इसके बाद दोनों नेताओं ने करीब एक घंटे तक बोट राइड का आनंद उठाया। पिछले वर्ष जून में हुए डोकलाम विवाद के बाद दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात थी। जिनपिंग की ओर से पीएम मोदी को वुहान में 'अनौपचारिक मुलाकात' का इनवाइट दिया गया था।
दोनों नेताओं ने की आतंकवाद पर चर्चा
विदेश सचिव गोखले ने जानकारी दी कि जिनपिंग ने आतंकवाद के समान खतरे को महसूस किया और उन्होंने इसके सभी तरह के स्वरूपों की निंदा की है। इसके साथ ही जिनपिंग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। विदेश सचिव गोखले ने जानकारी दी कि जिनपिंग ने आतंकवाद के समान खतरे को महसूस किया और उन्होंने इसके सभी तरह के स्वरूपों की निंदा की है। इसके साथ ही जिनपिंग आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में सहयोग और बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मोदी-जिनपिंग के बीच भारत-चीन के बीच स्थित सीमा विवाद पर भी बात हुई। जिनपिंग और मोदी दोनों ने इस बात का समर्थन किया है कि एक विशेष प्रतिनिधि के जरिए इस विवाद को एक तार्किक आपसी हल तलाशना चाहिए। आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को हल करने के लिए अब तक 20 दौर की वार्ता हो चुकी है। दोनों नेताओं ने माना कि बॉर्डर के आसपास के क्षेत्र में शांति कायम रखना बहुत जरूरी है। मोदी और जिनपिंग ने शांति बरकरार रखने के लिए और सेनाओं के बीच संपर्क को मजबूत करने, भरोसे और आपसी समझ को बढ़ाने के लिए रणनीतिक निर्देश जारी करने का फैसला किया है।
मोदी-जिनपिंग की मीटिंग से टेंशन में पाक
वहीं इस मुलाकात से पाकिस्तान की टेंशन भी डबल हो गई होगी। मोदी और जिनपिंग दोनों ही अफगानिस्तान में एक ज्वॉइन्ट इकोनॉमिक प्रोजेक्ट पर राजी हो गए हैं। आधिकारिक सूत्रों की ओर से कहा गया है कि दोनों देशों के बीच इस ज्वॉइन्ट प्रोजेक्ट पर दो दिनों तक चली मीटिंग में चर्चा हुई जो कि शनिवार को खत्म हो रही है। दोनों देश आपसी चर्चा के बाद इस नतीजे पर पहुंचेंगे कि यह प्रोजेक्ट कैसा होगा और फिर साथ में मिलकर इस पर काम करेंगे। पिछले कइ वर्षों से युद्ध का सामना कर रहे अफगानिस्तान में इस तरह का यह पहला प्रोजेक्ट होगा। चीन-अफगानिस्तान में अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिशों में लगा हुआ है। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद जिनपिंग के रुख में जिस बदलाव की झलक मिल रही है उसके बाद पाक की परेशानियां बढ़ सकती हैं।