यूक्रेन की बहादुर बकरी! ग्रेनेड लेकर घुस गई रूसी सेना की भीड़ में, दर्जनों सैनिकों को अकेले उड़ाया
रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को हमला किया था। जंग के 4 महीने पूरे हो चुके हैं और पांचवा महीना शुरू हो चुका है। कीव के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
कीव, जून 25: यूक्रेन की एक बकरी ने रूसी सेना में तबाही मचाकर रख दी है और पूरे यूक्रेन में उस बहादुर बकरी की चर्चा की जा रही है। यूक्रेन की एक बकरी ने दर्जनों रूसी सैनिकों को बुरी तरह से घायल कर दिया है। उस वक्त रूसी सैनिक एक बूबी ट्रैप बिछा रहे थे और उसी वक्त यूक्रेनी बकरी ने रूसी सेना पर भीषण हमला कर दिया।
यूक्रेन की बहादुर बकरी
रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी सैनिक एक अस्पताल के चारों ओर तार बिछा रहे थे, तभी बकरी उनकी तरफ आ गई और रूसी सैनिकों ने बकरी की तरफ ध्यान नहीं दिया। डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी सैनिकों ने इमारत के किनारे के चारों ओर हथगोले रखे हुए थे और जाल को "गोलाकार रक्षा" के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। लेकिन भटककर रूसी सैनिकों के पास पहुंची बकरी, जो पास के एक खेत में चर रही थी, वो रूसी सैनिकों के बीच पहुंच गई। रिपोर्ट के मुताबिक, रूसी सैनिकों के बिछाए बमों के जाल में बकरी उलझ गई थी और एक बम का ट्रिगर दब गया, जिससे विस्फोट हो गया और दर्जनों रूसी सैनिक घायल हो गये।
40 रूसी सैनिक हुए घायल
डेली स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, बकरी की वजह से हुए बम विस्फोट में कम से कम 40 रूसी सैनिक बुरी तरह से घायल हो गये, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। यूक्रेन की खुफिया निदेशालय ने कहा है कि, बकरी की वजह से रूसी सैनिकों के द्वारा बिछाए गये कई बमों में जोरदार धमाके हुए हैं और कई बम फट गये हैं, जिनसे रूसी सैनिकों को भारी नुकसान हुआ है।
जापोरिजिया ओब्लास्ट की है घटना
यूक्रेन की खुफिया निदेशालय के मुताबिक, ये घटना जापोरिजिया ओब्लास्ट के किन्स्की रोज़डोरी गांव में हुआ है। हालांकि, अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है, कि इस ब्लास्ट में बकरी बची है या नहीं। वहीं, अब यूक्रेन में इस बकरी को 'गोट ऑफ कीव' यानि 'कीव की बकरी' कहा जा रहा है। यह "घोस्ट ऑफ़ कीव" नामक एक वीर पायलट के लिए एक इशारा है, जिसे आक्रमण के दौरान रूसी विमानों को मार गिराने का श्रेय दिया जाता है।
पहले भी हुई है ऐसी घटना
ये बकरी कोई पहली जानवर नहीं है, जिसने रूसी सैनिकों पर कहर बरपाया है, इससे पहले भी यूक्रेनी जानवर रूसी सैनिकों को काफी परेशान कर चुके हैं। इससे पहले जैक रसेल नाम के एक कुत्ते ने 200 से ज्यादा विस्फोटकों को सूंधकर पता लगा लिया था, जिससे यूक्रेनी सैनिकों ने रूस की एक बड़ी प्लानिंग को नाकामयाब कर दिया था। यूक्रेन की स्टेट इमरजेंसी सर्विस(SES) ने फेसबुक पर पेट्रॉन की एक वीडियो पोस्ट की थी, जिसमें बताया गया है कि अभी तक पेट्ऱॉन की मदद से 200 बमों को खोज कर चुका है।
यूक्रेन युद्ध का पांचवां महीना
रूस ने यूक्रेन पर 24 फरवरी को हमला किया था। जंग के 4 महीने पूरे हो चुके हैं और पांचवा महीना शुरू हो चुका है। कीव के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक बार फिर से अंतरारष्ट्रीय समुदाय से मदद की गुहार लगाई है। वहीं खबर है कि अमेरिका कीव को जल्द ही सैन्य सहायता पहुंचाने जा रहा है। खबर है कि रूस ने यूक्रेन के कई शहरों को तबाह और बर्बाद कर दिया है। चार महीने के बाद भी युद्ध थमने के बजाय और भी भीषण रूप लेता जा रहा है। वहां, अमेरिका ने यूक्रेन को रूस से टक्कर लेने के लिए 450 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता भेजने के निर्णय लिया है। (सभी तस्वीर- फाइल)
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