उन्नाव रेप केस: ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख और सुरक्षाकर्मियों का गायब होना साजिश तो नहीं!
लखनऊ: बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर रेप का आरोप लगाने पीड़िता और उसका वकील रविवार को एक सड़क हादसे में बुरी तरह घायल हो गए हैं। लेकिन जिन परिस्थतियों नें ये हादसा हुआ, वो कई सवाल और साजिश की आंशका व्यक्त कर रहे हैं। इस सड़क हादसे में रेप पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई। पुलिस के सूत्रों के मुताबिक कार को एक ट्रक ने टक्कर मारी। कार चला रहे पीड़िता के वकील महेंद्र सिंह के पास बचने का समय ना के बराबर था।
सड़क हादसा कोई साजिश तो नहीं!
हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक प्रथमदृष्टया ये लगता है कि पीड़िता वकील के पीछे बैठी थी। जबकि उसकी मौसी उसके बगल में बैठी थी। वहीं पीड़िता की चाची वकील के बगल में बैठी थी। फोरेसिंक टीम के अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि वकील ने कार को अपने दाहिने तरफ मोड़ने की कोशिश की, जब कार ट्रक से टकरायी। गौरतलब है कि पीड़िता की चाची विधायक सेंगर के खिलाफ रेप मामले में एक महत्वपूर्ण गवाह थी।
ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख क्यों?
दुर्घटना का दूसरा तथ्य जिस पर सवाल उठ रहे हैं, वो ये कि खाली ट्रक की नंबर प्लेट में कालिख क्यों पोती गई है. जो बांदा जा रहा था। इसके अलावा हादसे के वक्त पीड़िता और उसके परिवार की सुरक्षा करने वाले तीनों पुलिस कांस्टेबल में से कोई भी मौजूद नहीं था। रायबरेली जिला जेल में बंद पीड़िता के चाचा ने दावा किया है कि ये लोग उस मामले के कागजात के साथ उनसे मिलने के लिए गया था जिसमें सेंगर आरोपी है। पुलिस सुरक्षाकर्मियों ने उनके बारे में विधायक को बताया और उसने हमले की योजना बनाई, जब वो केस के कागजात के साथ मुझसे मिलने आ रहे थे।
'दुर्घटना के वक्त ज्यादा ट्रैफिक नहीं था'
पीडि़ता के वकील के सहायक विमल कुमार यादव ने भी दुर्घटना की परिस्थतियों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि दुर्घटना होने पर सड़क पर ज्यादा ट्रैफिक नहीं था। इस तथ्य के साथ कि पीड़ित की सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस कर्मियों का हादसे से वक्त गायब होना भी कई सवाल उठा रहे हैं। हालांकि जांचकर्ता इसे दुर्घटना करार दे रहे हैं। लखनऊ के एडीजी (लखनऊ रेंज) राजीव कृष्णा ने हादसे को लेकर कहा कि पूरी जांच के दो पहलू हैं, पहला हादसा और दूसरा साजिश। हम हर पहलू की गहनता से जांच कर रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि पीड़िता ने खुद अपनी सुरक्षा के लिए तैनात कांस्टेबलों को वापस किया था क्योंकि उनकी कार में पर्याप्त जगह नहीं थी।
महिला ने विधायक पर लगाया है रेप का आरोप
गौरतलब है कि उन्नाव में माखी पुलिस थाना क्षेत्र में रहने वाली पीड़िता ने आरोप लगाया था कि उन्नाव के बांगरमऊ से चार विधायक के बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर ने साल 2017 में अपने आवास पर उसके साथ बलात्कार किया था। इसके बाद उसके पिता को पुलिस पकड़ ले गई जहां हिरासत के दौरान उनकी मौत हो गई। मौत के पहले कुलदीप सिंह सेंगर के भाई अतुल सेंगर और उनके लोगों ने पुलिस हिरासत में ही पिता की पिटाई की थी। पीड़िता ने जब योगी आदित्यनाथ के आवास के बाहर कथित रूप से आत्मदाह का प्रयास किया था। तब ये मामला सामने आया था। इसे बाद में सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था। ताजा मामले ने केस को नया मोड़ दे दिया है।
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