चाय वाले ने मांगा वडोदरा से टिकट, 2014 में नरेंद्र मोदी के नामांकन फॉर्म पर किए थे हस्ताक्षर
वडोदरा। लोकसभा चुनाव के लिए वडोदरा सीट के लिए बीजेपी की ओर से दावेदारों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बार उस शख्स ने इस सीट से टिकट की मांग की है जिसने साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के नामांकन फॉर्म पर हस्ताक्षर किए थे। इस शख्स का नाम किरण है। इनकी भी कहानी की पीएम मोदी के शुरुआती दिनों से मिलती जुलती है।
चाय बेचते हैं किरण
प्राप्त जानकारी के मुतबिक किरण महिड़ा चाय की दुकान चलाते हैं। यहां आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी भी कहते हैं कि उन्होंने बचपन में लंबे समय तक गुजरात में चाय बेची है। 'चाय वाला' शब्द को लेकर पहले से भी देश की राजनीति बहुत गर्म रही है। वार-पलटवार का दौर चलता रहा है। इसके बाद अब एक और चाय बेचने वाले किरण ने टिकट की दावेदारी कर दी है। लेकिन कहा जाता है कि पीएम मोदी के ये काफी करीबी है। तभी तो उनके नामांकन के दौरान किरण ने हस्ताक्षर किए थे।
2014 में ये बने थे समर्थक प्रस्तावक
बता दें कि साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में किरण के साथ वडोदरा के शाही परिवार की सदस्य शुभांगिनीदेवी राजे गायकवाड़ ने भी पीएम नरेंद्र मोदी के समर्थक के तौर पर हस्ताक्षर किए थे। जबकि प्रस्तावक के रूप में दिवंगत बीजेपी नेता मकरंद देसाई की पत्नी नीला देसाई और वडोदरा बीजेपी के पहले अध्यक्ष भूपेद्र पटेल ने हस्ताक्षर किए थे। बता दें कि प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने इन सभी को अपने शपथ ग्रहण समारोह में भी बुलाया था।
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1998 से लगातार बीजेपी के कब्जे में रही है वडोदरा सीट
आपको बता दें कि वडोदरा सीट की गिनती बीजेपी के सबसे सुरक्षित सीटों में होती है। 1998 के बाद से बीजेपी यहां से लगातार जीत दर्ज करते आ रही है। पीएम ने साल 2014 में दो सीटों से चुनाव लड़ा जिसमें एक वाराणसी की सीट थी जबकि दूसरी वडोदरा की सीट। इन दोनों जगहों से पीएम ने जीत दर्ज की। इसके बाद पीएम ने वडोदरा सीट को छोड़ दिया। मोदी के सीट छोड़ने के बाद यहां से वडोदरा की डिप्टी मेयर रह चुकीं रंजनाबेन भट्ट ने उपचुनाव में जीत दर्ज की थी। अब देखना है कि इस बार यहां से मैदान में कौन उतरता है।
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