महाराष्ट्र में बढ़ी भाजपा की मुश्किल, वरिष्ठ नेता एकनाथ खड़से छोड़ सकते हैं पार्टी
नई दिल्ली। महाराष्ट्र के पूर्व राजस्व मंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता एकनाथ खड़से पार्टी को बड़ा झटका देने की तैयारी में हैं। एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पार्टी से नाराजगी जाहिर करते हुए इसे छोड़ने के संकेत दिए हैं। महाराष्ट्र के भुसावल में लेवा पाटिल समुदाय के एक कार्यक्रम में बोलते हुए खड़से ने कहा कि किसी भी पार्टी का उनपर हमेशा के लिए ठप्पा नहीं है, किसी को भी उन्हें यूं ही नहीं लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि समुदाय को मजबूत करने और न्याय के लिए लड़ना चाहिए।
कांग्रेस से मिला न्योता
आपको बता दें कि भुसावल एकनाथ खड़से का गृह क्षेत्र है, वह खुद लेवा पटेल समुदाय से आते हैं। जिस तरह से खड़से पर एमआईडीसी जमीन घोटाले का आरोप लगा था उसके बाद उन्हें फणनवीस सरकार से अलग होना पड़ा और मंत्री पद छोड़ना पड़ा था। जिस दौरान खड़से ने यह बयान दिया उस समय कार्यक्रम में कांग्रेस के सांसद उल्हास पाटिल भी मौजूद थे। पाटिल ने इस मौके पर खड़से को कांग्रेस में शामिल होने का न्योता दिया। उल्हास पाटिल ने कहा कि खड़से के साथ बहुत अन्याय हुआ है। महाराष्ट्र कांग्रेस के मुखिया अशोक चव्हाण ने पहले ही खड़से को कांग्रेस में शामिल होने का न्योता दिया था।
जमकर बोला हमला
कार्यक्रम के दौरान बोलते हुए खड़से ने कहा कि एक एकजुटता का कोई दूसरा विकल्प नहीं हो सकता है, व्यक्तिगत जीवन के संघर्ष के लिए राजनीति को किनारे करना पड़ता है, यह फिर चाहे मेरी पार्टी भाजपा हो या फिर कांग्रेस। किसी का मुझपर हमेशा के लिए अधिकार नहीं है कि मैं एक ही पार्टी में हमेशा रहूं, कोई इसका कयास नहीं लगा सकता है। वहीं जिस तरह से उल्हास ने अन्याय की बात कही उसपर खड़से ने कहा कि अन्याय के खिलाफ लड़ना चाहिए, चाहे वो कितनी भी बड़ी क्यों ना हो, तभी उन्हें इस बात का एहसास होगा कि हमारी ताकत क्या है, हम बड़ी संख्या में हैं।
लेवा पाटिल की मौजूदगी
आपको बता दें कि लेवा पाटिल जलगांव, धुले, नंदुरबार, नासिक में बड़ी संख्या में हैं और यहां इस समुदाय की अच्छी उपस्थिति है। ऐसे में जिस तरह से खड़से ने यह बयान दिया है माना जा रहा है कि वह भाजपा का दामन छोड़ सकते हैं।
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